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Tuesday, July 4, 2023

RRC : चौथा पैनल गठित किया जाएगा, सफल अभ्यर्थी होंगे शामिल

RRC : चौथा पैनल गठित किया जाएगा, सफल अभ्यर्थी होंगे शामिल

प्रयागराज : आरआरसी लेवल वन 2019 ग्रुप डी भर्ती के सफल अभ्यर्थियों को खाली पद होने के बावजूद न रखे जाने का मामला बुधवार को रेलवे के आला अफसरों तक पहुंच गया। बुधवार को भी अभ्यर्थियों ने आरआरसी कार्यालय के सामने हंगामे की कोशिश की। अभ्यर्थियों से मिलने चेयरमैन डॉ. आशीष सचान मुख्यालय पहुंच गए। उन्होंने अभ्यर्थियों से बात की। इसके बाद नाराज अभ्यर्थियों ने उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय पर सीपीओ को लिखित शिकायत दी।


अभ्यर्थियों के विरोध पर अंत में रेलवे अफसरों ने साफ किया कि अभी भर्ती बंद नहीं हुई है। इसी महीने चौथा पैनल गठित होगा। इससे 577 अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। अभ्यर्थियों को बताया गया कि कई का मेडिकल परीक्षण फिर से होगा। फिंगर प्रिंट, हस्ताक्षर, लिखावट में अंतर आदि की वजह से अंतिम सूची में उन्हें शामिल नहीं किया गया था। सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय के मुताबिक, अभ्यर्थियों को गलतफहमी हो गई है। अभी भर्ती प्रक्रिया चल रही है। चौथा पैनल गठित होगा। इसमें सफल अभ्यर्थी शामिल होंगे। भर्ती प्रक्रिया से किसी को भी बाहर नहीं किया गया है। भर्ती में कुल 4730 पद हैं। इसके लिए 4653 अभ्यर्थियों को अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया था। अंतिम चयन के लिए इसके अब तक तीन पैनल गठित हुए हैं जिसमें पहले पैनल में 2103, दूसरे पैनल में 1909, तीसरे पैनल में 64 अभ्यर्थियों को जगह मिली है। कुल 4076 अभ्यर्थी अब पैनल में शामिल हो चुके हैं। इस हिसाब से अभी 577 अभ्यर्थी बचे हुए हैं। जबकि भर्ती में रिक्त पद और अब तक पैनल में शामिल अभ्यर्थियों से पद भर भी दिए जाएं तो सीधे तौर पर 665 पद खाली हैं। इसमें विभिन्न मदों से कुछ को समायोजित भी किया जाएगा।


575 पद खाली, फिर भी सफल अभ्यर्थियों के लिए जगह नहीं, आरआरसी की लेवल वन 2019 ग्रुप डी भर्ती का मामला, दफ्तर के बाहर किया प्रदर्शन

प्रयागराज : आरआरसी की लेवल वन 2019 ग्रुप डी भर्ती फिर विवाद में फंस रही है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पांच सौ से अधिक पद खाली होने के बावजूद 150 अभ्यर्थियों को जगह नहीं है बताकर अंतिम चयन से बाहर कर दिया गया। इस मामले पर कई जिलों के अभ्यर्थियों ने आक्रोश जताया है। रोज सुबह वह आरआरसी दफ्तर पहुंच सवाल उठा रहे हैं।


उनका कहना है कि किस आधार पर चयन नहीं हुआ, यह बताना चाहिए। रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ प्रयागराज मुख्यालय के बाहर मंगलवार शाम भी अभ्यर्थियों ने पहुंच नारेबाजी की। सभी चेयरमैन से मिलना चाहते थे लेकिन मुलाकात नहीं हुई। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों से अभ्यर्थी आकर विरोध जताने लगे हैं। कई अभ्यर्थी तो रात में रेलवे स्टेशन पर सोने को मजबूर हैं। मंगलवार शाम अभ्यर्थियों की एक फोटो वायरल होने के बाद यूनियन नेताओं ने इस इंतजाम पर सवाल उठाए। यूनियन नेताओं का कहना है कि प्रयागराज में लगभग 140 अभ्यर्थी डेरा डाले हुए हैं। सभी मेडिकल में पास हुए, क्वालीफाई कर मेरिट में आए इसके बाद भी उन्हें रोका गया है। इनके अभिलेखीय सत्यापन को नहीं कराया जा रहा है। बोर्ड की ओर से कहा जा रहा है कि पद खत्म हैं।

अभ्यर्थियों का कहना है कि 575 पद खाली हैं। सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इस बारे में जानकारी की जाएगी। किसी भी अभ्यर्थी का नुकसान नहीं होगा।

ईडब्ल्यूएस के सर्वाधिक अभ्यर्थी बाहर

कहा जा रहा है कि आरआरसी ग्रुप की इस भर्ती में सर्वाधिक नुकसान ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग) के अभ्यर्थियों का हुआ है। चयनित न होने वाले लगभग 100 से अधिक अभ्यर्थी इसी वर्ग के हैं। अधिकांश के पास दो ही मैसेज आए हैं। एक नो पोस्ट, दूसरा नो इनपैनल। इसे लेकर अभ्यर्थियों में गहरी नाराजगी है।

4076 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया था

वर्ष 2019 में 4730 पदों की भर्ती शुरू हुई। बाद में इसे 4651 पदों पर संशोधित किया गया। वर्ष 2022 में सीबीटी परीक्षा हुई। दिसंबर 2022 में 13202 अभ्यर्थी (पद के सापेक्ष तीन गुना) सफल हुए। इन्हें शारीरिक दक्षता के लिए बुलाया गया। 7995 अभ्यर्थी दौड़ में पास हुए। चिकित्सीय परीक्षण के लिए 4651 लोगों को बुलाया गया। इसमें 114 चिकित्सीय परीक्षण में फेल हो गए। कुछ अनुपस्थित हुए। कुल 4076 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किये गए।

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