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Tuesday, November 9, 2021

यूपी : महिलाओं के लिए बड़ा मौका, स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला के 9212 पदों पर भर्ती का एलान, भर्ती का पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना जारी

यूपी : महिलाओं के लिए बड़ा मौका, स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला के 9212 पदों पर भर्ती का एलान, भर्ती का पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना जारी

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के रिक्त 9,212 पदों की भर्ती से संबंधित कार्रवाई शुरू कर दी है।




प्रदेश की योगी सरकार ने मिशन रोजगार की ओर अहम कदम उठाते हुए विधानसभा चुनाव से पहले सहायक नर्सेस एंड मिडवाइब्ज (एएनएम) की योग्यता रखने वाली महिलाओं के लिए सरकारी नौकरी का रास्ता खोल दिया है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के रिक्त 9,212 पदों की भर्ती से संबंधित कार्रवाई शुरू कर दी है।

आयोग की उप सचिव प्रियंका सिंह ने मंगलवार को बताया कि महानिदेशक परिवार कल्याण के नियंत्रण वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के रिक्त 9,212 पदों पर भर्ती से संबंधित परीक्षा योजना व पाठ्यक्रम को शासन ने मंजूरी दे दी है। इसके अंतर्गत 100 प्रश्नों की दो घंटे की लिखित परीक्षा होगी। प्रत्येक प्रश्न के एक अंक होंगे। लिखित परीक्षा एक पाली में होगी। परीक्षा के प्रश्न वस्तुनिष्ठ व बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे। लिखित परीक्षा में माइनस मार्किंग होगी। प्रत्येक गलत उत्तर पर उस प्रश्न के पूर्णांक के 1/4 अर्थात 25 प्रतिशत अंक की कटौती होगी।

प्रियंका सिंह ने बताया कि इस भर्ती में पीईटी में शामिल रहे वे अभ्यर्थी ही आवेदन कर पाएंगे जो इस पद के लिए तय अर्हता रखते हैं। बताया गया है कि पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। संबंधित अभ्यर्थी भर्ती की तैयारी शुरू कर सकें, इसके लिए आवेदन लेने से पहले ही परीक्षा योजना व पाठ्यक्रम जारी किया गया है। भर्ती के लिए विज्ञापन, ऑनलाइन आवेदन संबंधी कार्यक्रम व परीक्षा संबंधी विस्तृत दिशानिर्देश जल्दी ही अलग से जारी करने की तैयारी है। इसके लिए वेबसाइट को अपडेट कराने की कार्यवाही चल रही है। आवेदन लेने की शुरुआत इसी महीने शुरू करने की योजना है।

परीक्षा के लिए शैक्षिक अर्हता

- अभ्यर्थी ने माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा या उसके समकक्ष कोई परीक्षा उत्तीर्ण की हो।
- अभ्यर्थी ने भारतीय परिचर्या परिषद के नियमों के अनुसार एक वर्ष छह माह/दो वर्ष का सहायक नर्सेस एंड मिडवाइब्ज (एएनएम) प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (प्रसूति से संबंधित छह माह का प्रशिक्षण सहित) सफलतापूर्वक अवश्य पूर्ण कर लिया हो और जो यूपी नर्सेस एंड मिडवाइफ काउंसिल लखनऊ में विधिवत रजिस्टर्ड हों।

यह है पाठ्यक्रम
- स्वास्थ्य के निर्धारित तत्व
- भारतीय स्वास्थ्य समस्याओं का वाह्य रूप व योजनाएं।
- एससी, पीएचसी, सीएमसी और जिला अस्तपाल का संगठन।
- स्वास्थ्य संस्थाएं: डब्ल्यूएचओ: यूनीसेफ, यूएनएफपीए, यूएनडीपीए, विश्वबैंक, एफएओ, डीएएनआईडीए, यूरोपीय आयोग। रेड क्रास, अमेरिकी सहायता, यूनेस्को। कोलंबो प्लान, आईएलओ, केयर आदि। स्वास्थ्य सेवाएं: राष्ट्रीय: इंडियन रेड क्रास, इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर, फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया।
- स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के कार्य एवं दायित्व।
- एएनएम के लिए आचार संहिता।
- समुदाय में लोगों की सलाह देने में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका।
- स्वास्थ्य के लिए पोषण की आवश्यकता, पोषण व बीमारी का आपसी संबंध।
- खाद्य पदार्थों का पोषण के आधार पर वर्गीकरण।
- विभिन्न आयु वर्ग के लिए संतुलित आहार।
- विटिामिन और खनिज की कमी से होने वाले रोग और महिलाओं में पोषणजनित रक्ताल्पता।
- पांच वर्ष तक के बच्चों का पोषण, पोषण में एएनएम/एफएचडब्ल्यू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भूमिका।
- मानव शरीर की संरचना, शरीर प्रणाली और उनके कार्य।
- शरीर की स्वच्छता।
- मानसिक स्वास्थ्य की अवधारणा।
- संक्रामक रोगों के नियंत्रण व रोकथाम के सामान्य उपाय।
- संक्रामक रोग: लक्षण, बचाव और उपचार। डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, खसरा और तपेदिक, चिकन पॉक्स, कंठमाला, रूबेला, आंत्र ज्वर, हेपेटाइटिस, रेबीज, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, काला-अजार, ट्रेकोमा, ट्रेकोमा, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, खुजली, एसटीडी और एचआईवी/एड्स, एन्सेफेलाइटिस, लेप्टोस्पायरोसिस, तीव्र श्वसन संक्रमण, दस्त रोग, कृमि संक्रमण व कुष्ठ रोग।
- समुदाय में बीमारों की देखभाल: इतिहास लेना, शारीरिक परीक्षण:महत्वपूर्ण लक्षण।
- ज्वर: महत्वपूर्ण संकेत: तापमान, नाड़ी, श्वसन, रक्तचाप।
- स्वास्थ्य में आयुष की भूमिका व घरेलू उपचार।
- दवाओं का वर्गीकरण।
- प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता।
- सामान्य चोटें एवं बीमारियां।
- कट और घाव: प्रकार, सिद्धांत और प्राथमिक चिकित्सा देखभाल।
- शिशुओं और बच्चों में वृद्धि और विकास को प्रभावित करने वाले कारक।
- बच्चों का शारीरिक मनोवैज्ञानिक और सामाजिक विकास।
- दुर्घटनाएं: कारण, सावधानियां और रोकथाम।
- विशेष स्तनपान।
- विद्यालय स्वास्थ्य: उद्देश्य, समस्याएं और कार्यक्रम, विद्यालय का वातावरण।
- किशोरों के लिए यौन शिक्षा।
- मासिक चक्र और उसके दौरान स्वच्छता।
- किशोरावस्था में गर्भधारण और गर्भपात संबंधित जानकारी।
- भ्रूण और  नाल।
- सामान्य गर्भावस्था: गर्भावस्था के  चिह्न और लक्षण।
- सामान्य प्रसव के दौरान देखभाल।
- नवजात की देखभाल।
- गर्भावस्था में असामान्यताएं।
- गर्भपात: गर्भपात के प्रकार व गर्भपात के कारण।

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