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Tuesday, January 30, 2018

नियुक्ति और नौकरी की मांग करते बीमार पड़े अनशनकारी, प्रशिक्षु शिक्षक और प्रतियोगियों का अनशन जारी

इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का गठन अब तक न होने से प्रतियोगियों में विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। अनशनकारियों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर आवाज बुलंद की। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। अनशन कर रहे कुछ प्रतियोगियों की तबीयत बिगड़ गई है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

प्रतियोगी मोर्चा के बैनर तले चयन बोर्ड के गठन की मांग कर रहे प्रतियोगियों का कहना है कि उन्हें मिला आश्वासन कोरा ही साबित हुआ। जिससे 23 जनवरी से पुन: क्रमिक अनशन की शुरुआत करनी पड़ी और 26 जनवरी से बेमियादी अनशन चल रहा है। मंगलवार को प्रतियोगी डीएम कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री को ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजकर बोर्ड के शीघ्र गठन की मांग दोहराई। प्रतियोगियों ने चेतावनी दी है कि अनशन चलता रहेगा चाहे वहीं उनकी जान ही क्यों न चली जाए। मोर्चा संयोजक विक्की खान, कोर कमेटी अध्यक्ष अनिल कुमार पाल, मोर्चा अध्यक्ष शेर सिंह, महेश पाल ने कहा कि सरकार को बोर्ड का गठन शीघ्र करना चाहिए।

आज इलाहाबाद बंद का आयोजन : प्रतियोगी छात्र मोर्चा ने 31 जनवरी को इलाहाबाद बंद करने की चेतावनी दी है। मोर्चा अध्यक्ष शेर सिंह ने कहा कि इलाहाबाद बंद के दौरान कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

अनशनकारियों ने किया सुंदरकांड पाठ : परिषदीय स्कूलों में मौलिक नियुक्ति की मांग कर रहे प्रशिक्षु शिक्षुओं ने मंगलवार को शिक्षा निदेशालय में अनशन के दौरान सुंदरकांड पाठ किया। शासन से मांग की है कि मौलिक नियुक्ति देने में कोई विधिक समस्या है तो उन्हें अवगत कराएं। निदेशालय पर प्रशिक्षु शिक्षुओं का बेमियादी अनशन मंगलवार को छठवें दिन जारी रहा। भोजराज सिंह और रामसजीवन विश्वकर्मा ने कहा कि कहा कि वे सभी शिक्षक भर्ती 2011 के चयनित अभ्यर्थी हैं, 2016 में चयनित नौवें बैच के 28 जिलों के 803 प्रशिक्षु शिक्षक अपना छह मासिक प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं

न्यायिक सेवा के प्रतियोगियों का अनशन जारी : हाईकोर्ट के निकट ‘न्यायिक सेवा समानता मोर्चा’ का क्रमिक अनशन 20वें दिन भी जारी रहा। काली पट्टी बांधकर युवा अधिवक्ताओं ने कहा कि शासन से मांग पूरी होने तक अनशन जारी रहेगा।राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का गठन अब तक न होने से प्रतियोगियों में विरोध के स्वर तेज हो 

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