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Saturday, January 4, 2025

शिक्षा सेवा चयन आयोग ने रिक्त पदों का मांगा ब्योरा, निदेशकों की बैठक में अर्हता व सेवा नियमावली का मुद्दा भी उठा, महाकुंभ के बाद नई शिक्षक भर्ती शुरू करने की तैयारी में आयोग

शिक्षा सेवा चयन आयोग ने रिक्त पदों का मांगा ब्योरा, निदेशकों की बैठक में अर्हता व सेवा नियमावली का मुद्दा भी उठा, महाकुंभ के बाद नई शिक्षक भर्ती शुरू करने की तैयारी में आयोग

04 जनवरी 2025
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने प्राइमरी, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में मार्च-2025 तक रिक्त होने जा रहे पदों का ब्योरा संबंधित विभागों से मांगा है। शनिवार को आयोग परिसर में निदेशकों की बैठक में अधियाचन एक सप्ताह में उपलब्ध कराने को कहा गया। इस दौरान ऑनलाइन अधियाचन भेजने संग अर्हता व सेवा नियमावली के कारण भर्ती में आ रही बाधा को दूर करने पर भी विचार-विमर्श किया गया।


आयोग महाकुंभ के बाद नई शिक्षक भर्ती शुरू करने की तैयारी में है। आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय के नेतृत्व में बैठक के दौरान निदेशकों व उनके प्रतिनिधियों से कहा गया कि मार्च-2025 तक जो भी पद रिक्त हो चुके हैं या होने जा रहे हैं, उनका पूरा ब्योरा तैयार कर लिया जाए। साथ ही एक सप्ताह में पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से भेज दिया जाए। वहीं, निदेशकों व उनके प्रतिनिधियों ने कहा कि आयोग के पोर्टल में संशोधन की जरूरत है, उसके बाद ही अधियाचन भेज पाना संभव होगा।


इसके साथ ही शिक्षा सेवा चयन आयोग कुछ नए विभागों में भी शिक्षक भर्ती करने जा रहा है, जिसमें अटल आवासीय विद्यालय, व्यावसायिक विद्यालय व अल्पसंख्यक महाविद्यालय शामिल हैं। संबंधित विभागों ने इन विद्यालयों व महाविद्यालयों के शिक्षकों की सेवा नियमावली भी तैयार की है, जिन्हें मंजूरी के लिए शासन के पास भेजा गया है। शासन से मंजूरी के बाद ही विभाग अधियाचन आयोग को भेज सकेंगे।


बैठक में अर्हता का मुद्दा भी उठा। टीजीटी-पीजीटी भर्ती में कई विषयों की अर्हता पर विवाद हैं और उनमें संशोधन किया जाना है। तय गया कि अर्हता को लेकर किसी भी तरह का विवाद तत्काल दूर कर लिया जाए। आयोग की ओर से कहा गया है कि सेवा नियमावली को शीघ्र मंजूरी व अर्हता स्पष्ट किए जाने को लेकर आयोग भी शासन को पत्र भेजेगा। 


भर्ती प्रक्रिया के लिए पोर्टल में होगा संशोधन

बैठक में सहायक उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. बीएल शर्मा ने कहा कि शिक्षा सेवा चयन आयोग ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के प्रारूप के आधार पर पोर्टल तैयार कराया है। जबकि, दोनों संस्थानों की भर्ती प्रक्रिया में काफी अंतर है। लोक सेवा आयोग की भर्तियों में यूपी का एक कैडर होता है। जबकि, एडेड कॉलेजों में अलग-अलग कैडर हैं। रोस्टर में भी अंतर है। ऐसे में पोर्टल में संशोधन की आवश्यकता है। अब शिक्षा सेवा चयन आयोग एनआईसी के माध्यम से आवश्यक संशोधन कराएगा।


UPESSC निदेशकों की बैठक के बाद शिक्षक भर्ती कैलेंडर जारी करने की तैयारी

शिक्षा सेवा चयन आयोग : रिक्त पदों का अधियाचन मिलने के बाद खुलेगा नई भर्तियों के लिए रास्ता

03 जनवरी 2025
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने नई भर्तियों के लिए चार जनवरी को संबंधित विभागों के निदेशकों की बैठक बुलाई है। भर्तियों पर निर्णय होने के बाद ही आयोग वर्ष 2025 का परीक्षा कैलेंडर जारी करने की तैयारी में है।

हालांकि, शिक्षा सेवा चयन आयोग के सचिव पहले ही प्राइमरी, माध्यमिक व उच्च शिक्षा निदेशालय को पत्र भेजकर रिक्त पदों का अधियाचन मांग चुके हैं। चार जनवरी की प्रस्तावित बैठक में भी अधियाचन पर चर्चा होनी है। अब तक किसी भी विभाग ने शिक्षा सेवा चयन आयोग को अधियाचन नहीं भेजा है और इसी वजह से आयोग भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी नहीं कर पा रहा है।

अभ्यर्थी परिषदीय विद्यालयों में 27 हजार रिक्त पदों पर भर्ती शीघ्र शुरू करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए कई बार आयोग में धरना-प्रदर्शन भी किया जा चुका है। वहीं, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी पीजीटी के तकरीबन 20 हजार रिक्त पदों पर भर्ती की मांग को लेकर भी अभ्यर्थियों ने कई बार शिक्षा सेवा चयन आयोग में ज्ञापन दिया है।

अशासकीय महाविद्यालयों में भी असिस्टेंट प्रोफेसर के 500 से अधिक पद खाली हैं, जिन पर भर्ती शुरू करने की मांग की जा रही है। अपने गठन के बाद शिक्षा सेवा चयन आयोग अब तक कुछ पुरानी भर्तियों के लंबित पड़े इंटरव्यू ही करा सका है। साथ ही ढाई साल से लंबित पड़ी असिस्टेंट प्रोफेसर व टीजीटी पीजीटी भर्ती परीक्षाओं के आयोजन की तिथियां निर्धारित कर सका है।

नई भर्तियां शुरू करने के लिए आयोग पर काफी दबाव है। वर्ष 2024 बीत गया लेकिन आयोग किसी भी नई भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं कर सका। विभागों की ओर से रिक्त पदों का अधियाचन प्राप्त होने के बाद ही शिक्षा सेवा चयन आयोग नई भर्तियों पर निर्णय ले सकेगा। ऐसे में चार जनवरी को प्रस्तावित निदेशकों की बैठक में अधियाचन पर ही जोर दिया जाएगा, ताकि आयोग जल्द से जल्द परीक्षा कैलेंडर जारी कर सके।



प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षकों के पदों पर नई भर्ती शुरू करने के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग ने चार जनवरी को विभागों के निदेशकों की बुलाई बैठक

शिक्षक भर्ती के लिए रिक्त पदों की कराई गई गिनती, मांगा ब्योरा

प्रयागराज। प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षकों के पदों पर नई भर्ती शुरू करने के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने चार जनवरी को संबंधित विभागों के निदेशकों की बैठक बुलाई है। इसके लिए विभाग रिक्त पदों की गिनती करा रहे हैं। बैठक में नई भर्ती शुरू करने के साथ ऑनलाइन अधियाचन भेजे जाने पर भी निर्णय लिया जाएगा। बैठक से पूर्व माध्यमिक शिक्षा विभाग ने रिक्त पदों की गिनती शुरू कर दी।

इसके लिए अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सुरेंद्र कुमार तिवारी ने सभी मंडलीय शिक्षा निदेशकों को पत्र जारी कर प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रवक्ता, सहायक अध्यापक, लिपिक, चतुर्थ श्रेणी व सहायक अध्यापक (संबद्ध प्राइमरी प्रभाग) के रिक्त पदों की गणना करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 31 मार्च 2025 तक सेवानिवृत्ति के कारण रिक्त होने वाले पदों का ब्योरा भी मांगा है।

वहीं, उच्च शिक्षा निदेशालय अशासकीय महाविद्यालयों व अल्पसंख्यक महाविद्यालयों से असिस्टेंट प्रोफेसर व प्राचार्य के रिक्त पदों का ब्योरा पहले ही मांग चुका है। इन पदों के सत्यापन के बाद निदेशालय ऑनलाइन माध्यम से पोर्टल के माध्यम से अधियाचन भेजेगा। निदेशालय के सूत्रों का कहना है कि पोर्टल पर अधियाचन किस प्रक्रिया के तहत भेजा जाएगा, बैठक में इस पर भी चर्चा होगी।

शिक्षा सेवा चयन आयोग के सचिव की ओर से पूर्व में संबंधित विभागों को पत्र भेजकर रिक्त पदों का अधियाचन मांगा जा चुका है। आयोग महाकुंभ के बाद प्राइमरी से उच्च शिक्षा तक नई भर्ती शुरू करने की तैयारी में है।

आगामी भर्ती परीक्षाओं के लिए आयोग ने पाठ्यक्रमों का रिवीजन भी शुरू कर दिया है। साथ ही अर्हता संबंधी विवादों को भी दूर किया जा रहा है, ताकि भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद कोई बाधा न आए। 

वहीं, दूसरी ओर आयोग फरवरी में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और अप्रैल में टीजीटी- पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा कराने की तैयारी कर रहा है। ये दोनों भर्तियां ढाई साल से लंबित पड़ी हैं। 14 लाख से अधिक अभ्यर्थी इन परीक्षाओं का इंतजार कर रहे हैं। आयोग की योजना है कि लंबित परीक्षाएं कराने जाने के बाद नई भर्तियां शुरू करा दी जाएं।



UPESSC: शिक्षा सेवा चयन आयोग ने नई भर्ती के लिए चार जनवरी को बुलाई निदेशकों की बैठक

लंबित मुकदमों पर चर्चा के लिए आयोग के पैनल में शामिल अधिवक्ताओं की भी होगी बैठक

प्रयागराज। प्राथमिक से लेकर माध्यमिक व उच्च शिक्षा तक शिक्षकों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने चार जनवरी को सभी निदेशकों/विभागाध्यक्षों की बैठक बुला ली है। इससे पूर्व आयोग की ओर से सभी विभागाध्यक्षों को पत्र भेजकर नई भर्ती शुरू करने के लिए अधियाचन मांगे जा चुके हैं। उसी दिन आयोग के पैनल में शामिल अधिवक्ताओं की भी बैठक होगी।

अब बैठक में अधियाचन पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। शिक्षा सेवा चयन आयोग के पास परिषदीय विद्यालयों, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों, अशासकीय महाविद्यालयों, अल्पसंख्यक महाविद्यालयों, अटल आवासीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती का जिम्मा है। आयोग कुंभ के बाद नई भर्तियां शुरू करने की तैयारी में है। बैठक के दौरान यह तय होगा कि संबंधित विभाग नई शिक्षक भर्ती के लिए आयोग को कब तक अधियाचन भेज देंगे।

इसके साथ ही आयोग अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर लंबित भर्ती के लिए फरवरी व अशासकीय विद्यालयों में टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों पर लंबित भर्ती के लिए अप्रैल में परीक्षा कराने जा रहा है। दूसरी ओर चार जनवरी को ही आयोग के पैनल में शामिल अधिवक्ताओं की बैठक भी बुलाई गई है। इसमें लंबित मुकदमों के निस्तारण को लेकर चर्चा की जाएगी। आयोग के गठन से पूर्व उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग व उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के जो मुकदमे लंबित थे, उनके निस्तारण की जिम्मेदारी भी अब शिक्षा सेवा चयन आयोग के पास है। 

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