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Tuesday, August 22, 2023

आयुष कॉलेजों के लिए आठ सितम्बर से काउंसिलिंग की तैयारी, कई कॉलेजों को नहीं मिल पाई है केंद्रीय कमेटी से मान्यता

आयुष कॉलेजों के लिए आठ सितम्बर से काउंसिलिंग की तैयारी, कई कॉलेजों को नहीं मिल पाई है केंद्रीय कमेटी से मान्यता


लखनऊ। प्रदेश में नीट यूजी के तहत एमबीबीएस व बीडीएस द्वितीय चरण की काउंसिलिंग चल रही है। इस बीच आयुष कॉलेजों में दाखिले की तैयारी शुरू कर दी गई है। आठ सितंबर से पंजीयन शुरू करने की तैयारी है।


प्रदेश में एमबीबीएस व बीडीएस में दाखिले के दो चरण पूरे होने के बाद आप कॉलेजों में दाखिला शुरू होता है। विभाग ने सिलिंग को लेकर कमेटी बना दी है। इसकी दो चरण की बैठक हो चुकी है। इसमें आयुर्वेद, यूनानी एवं होम्योपैथिक विभाग के प्रोफेसरों को शामिल किया गया है। कमेटी ने आठ सितंबर को पहले चरण की काउंसिलिंग के तहत पंजीयन शुरू करने की तैयारी की है। मगर अभी तक सभी आयुष कॉलेजों की मान्यता को हरी झंडी नहीं मिल पाई है। नतीजतन सीटें फंसी हुई है।


अगस्त अंत तक प्रक्रिया पूरी हो जाएगी

जबकि इस वर्ष अभी तक दो राजकीय आयुर्वेद कॉलेज व सात होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों को ही केंद्र से मान्यता मिली है। केंद्रीय टीम लगातार कॉलेजों का निरीक्षण कर मान्यता की कार्यवाही को पूरा कर रही है। उम्मीद है कि सात सितंबर तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। वहीं निजी आयुष कॉलेजों की सीटें भी तय नहीं हैं। इसी रणनीति के तहत सरकारी सीटों के आधार पर आठ सितंबर से आयुष कॉलेजों में काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है।


सभी सरकारी आयुष कॉलेजों में निर्धारित शत प्रतिशत सेटों को मान्यता मिलना तय है। अगस्त अंत तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद काव्यलिंग शुरू की जाएगी। निजी कॉलेजों को जैसे-जैसे साटा को मान्यता मिलती रहेगी, उन्हें काउंसिलिंग में शामिल कर लिया जाएगा। -डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एफएमडीए एवं आयुष

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