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Monday, May 10, 2021

टल रही परीक्षाएं, चयन और नियुक्ति पर संकट

इन आठ भर्तियों की लिखित परीक्षा पर कोरोना का ग्रहण


प्रयागराज : कोरोना संक्रमण को लेकर लागू बंदिशें प्रतियोगियों के भविष्य पर विपरीत प्रभाव डाल रही हैं। भर्ती परीक्षाएं लगातार स्थगित हो रही हैं। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग अप्रैल से जून तक की सभी परीक्षाएं स्थगित कर चुका है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए अन्य परीक्षाओं के भी स्थगित होने के आसार हैं। लगातार परीक्षाएं स्थगित होने से चयन व नियुक्ति प्रक्रिया भी प्रभावित होगी। प्रतियोगियों को उसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें नए सिरे से आयोजित करना आयोग के समक्ष बड़ी चुनौती होगी।

कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति को देखते हुए आयोग ने सबसे पहले 17 अप्रैल को प्रस्तावित प्रवक्ता राजकीय डिग्री कालेज (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2020 को स्थगित किया था। इसके बाद 23 मई को प्रस्तावित प्रधानाचार्य श्रेणी-2/उप-प्रधानाचार्य/सहायक निदेशक (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2019, 30 मई को प्रस्तावित सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020, 13 जून को प्रस्तावित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) व सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी (एसीएफ-आरएफओ)-2021 की प्रारंभिक परीक्षा, 20 जून को प्रस्तावित प्रवक्ता (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कालेज प्रारंभिक परीक्षा-2020 भी स्थगित कर दी गई।

 आयोग को इन परीक्षाओं को कराने के लिए नए सिरे से कवायद करनी होगी। वहीं, परीक्षा कैलेंडर में भी व्यापक बदलाव करना पड़ेगा। यह प्रक्रिया पूरी करना आयोग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं, मौजूदा समय चिकित्साधिकारी, डायट प्रवक्ता, प्राचार्य जैसी भर्तियों का रिजल्ट तैयार करने का काम भी रुक गया है। 

पीसीएस-2020, आरओ/एआरओ-2016 के चयनित अभ्यíथयों की नियुक्ति फंसी है। इसके अलावा एसीएफ/आरएफओ यानी सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी-2020 के 12, डायट प्रवक्ता के 45, प्रवक्ता राजकीय डिग्री कालेज के 712, एलटी ग्रेड-2018 के तहत हंिदूी के 1400 व सामाजिक विज्ञान विषय के 1851, प्रवक्ता राजकीय इंटर कालेज के 17, आरओ/एआरओ-2016 के 260, प्राविधिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रवक्ता कंप्यूटर के 74 चयनितों को नियुक्ति नहीं मिली है। इसमें अधिकतर के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हुआ है, जबकि कुछ की नियुक्ति शासन स्तर पर रुकी है।


अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आठ भर्तियों की लिखित परीक्षा पर कोरोना महामारी का साया पड़ गया है। लिखित परीक्षाओं की कार्यवाही जहां की तहां अटक गई हैं। दो से चार वर्ष पूर्व शुरू हुई भर्तियों की लिखित परीक्षा अटकने से अभ्यर्थियों में गहरी निराशा है। 


अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में 2016 से 2019 के बीच विभिन्न विभागों के रिक्त पदों को भरने के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं। विभिन्न वजहों से इनकी लिखित परीक्षा की कार्यवाही अटकी हुई है। आवेदकों के आवाज उठाए जाने के बाद सरकार के निर्देश पर आयोग ने लिखित परीक्षाओं की योजना पर काम शुरू ही किया था कि कोविड महामारी की दूसरी लहर आ गई। आयोग के कई अधिकारी भी संक्रमित हो गए। इसके बाद कार्यवाही पूरी तरह ठप पड़ गई है। 


जानकार बताते हैं कि समूह की भर्तियों में हजारों की संख्या में आवेदक रहते हैं। कई भर्तियों में आवेदकों की संख्या लाख में है। मौजूदा माहौल में काफी दिनों तक लिखित परीक्षा का आयोजन संभव नहीं माना जा रहा है। वर्तमान में आठ भर्तियों की लिखित परीक्षा का आयोजन होना बाकी है। माहौल सामान्य होने पर आयोग को बोर्ड परीक्षा व अन्य आयोगों के भर्ती कैलेंडर से समन्वय बनाकर लिखित परीक्षा की योजना तैयार करनी होगी। ऐसे में कई लिखित परीक्षाएं अगले वर्ष तक खिंच सकती हैं।


इन भर्तियों के लिए लिखित परीक्षा का इंतजार
● - सहायक सांख्यिकी अधिकारी एवं सहायक शोध अधिकारी भर्ती, 2019 
● - सहायक बोरिंग टेक्नीशियन भर्ती, 2019 
● - वनरक्षक एवं वन्य जीव रक्षक भर्ती, 2019
● -  सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा भर्ती, 2019 (मुख्य परीक्षा)
● -  राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद भर्ती, 2018
● -  सम्मिलित ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं समाज कल्याण पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा, 2018 
● -  सम्मिलित अवर अभियंता एवं उप वास्तुविद भर्ती, 2016 (द्वितीय)
● -  सम्मिलित तकनीकी सेवा भर्ती, 2016

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