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Friday, November 15, 2024

पीसीएस-प्री 22 दिसंबर को, आयोग के सामने चल रहा छात्र आंदोलन खत्म

शून्य नहीं होगा लोक सेवा आयोग का सत्र

22 दिसंबर को पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा कराने के फैसले से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग का सत्र शून्य नहीं होगा। 11 नवंबर को जिस तरह से प्रतियोगी छात्रों ने आंदोलन शुरू किया था तो लगने लगा था कि कहीं सत्र शून्य न हो जाए। हालांकि परीक्षा तिथि तय होने के साथ ही सारी आशंकाओं का खुद-ब-खुद समाधान हो गया। ये अलग बात है कि आयोग अपने तय समय से नौ महीने से अधिक अंतराल के बाद परीक्षा करा सकेगा।


पीसीएस प्री के लिए बनाए जाएंगे 1758 केंद्र

 22 दिसंबर को होने जा रही पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा के लिए आयोग को 1758 केंद्र चाहिए होंगे। पीसीएस के लिए 5,76,154 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इनके लिए एक दिन में परीक्षा कराने के लिए 1758 केंद्रों की आवश्यकता होगी। 23 साल बाद फिर उसी साल परिणाम नहीं दे सकेगाः आयोग इस साल पीसीएस प्री परीक्षा करा तो लेगा लेकिन परिणाम आना मुमकिन नहीं है। पिछले ढाई दशक के आयोग के इतिहास में ऐसा दूसरी बार होने जा रहा है। इससे पहले साल 2001 में आयोग ने पीसीएस प्री परीक्षा तो करा ली थी लेकिन उस साल परिणाम घोषित नहीं कर सका था।



पीसीएस-प्री 22 दिसंबर को, आयोग के सामने चल रहा छात्र आंदोलन खत्म

■ 220 पदों के लिए 5,76, 154 अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन

■ प्रारंभिक परीक्षा के लिए 1758 केंद्रों की जरूरत


प्रयागराज। पीसीएस प्री की परीक्षा पुराने पैटर्न पर एक दिन में कराने और आरओ/एआरओ परीक्षा को लेकर समिति गठित किए जाने के बाद प्रतियोगी छात्रों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग कार्यालय के सामने पांच दिन से चल रहा धरना खत्म कर दिया। वहीं, आयोग ने पीएससी-प्री परीक्षा की नई तिथि घोषित कर दी है। यह परीक्षा अब 22 दिसंबर को होगी।


छात्र पीसीएस, आरओ व एआरओ परीक्षा दो के बजाय एक दिन में कराने और इन परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन खत्म करने की मांग लेकर 11 नवंबर से आयोग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। आयोग ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि 22 एवं 23 दिसंबर को प्रस्तावित आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा- 2023 स्थगित कर दी गई है। शुक्रवार को आयोग ने एक समिति का गठन किया है, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा की नई तिथि तय होगी।


आयोग के वरिष्ठतम सदस्य कल्पराज सिंह समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। समिति के गठन के बाद धरने के नेतृत्वकर्ताओं में शामिल छात्र नेता पंकज पांडेय ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा कर दी। अधिकतर छात्र धरनास्थल से घरों को लौट गए, लेकिन छात्रों का एक गुट देर रात तक इस मांग के साथ धरने पर डटा रहा कि आरओ/एआरओ परीक्षा एक दिन में कराने का नोटिस भी जारी किया जाए। रात 8:30 बजे ये छात्र भी लौट गए। 

दो सत्रों में होगी प्रारंभिक परीक्षा : पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 की तिथि घोषित होते ही छात्र तैयारी में जुट गए हैं। आयोग के सचिव अशोक कुमार ने बताया, परीक्षा सुबह 9:30 से 11:30 और अपराह्न 2:30 से 4:30 बजे तक होगी। पहले यह परीक्षा सात व आठ दिसंबर को प्रस्तावित थी।

 प्रशासनिक एवं उच्च अधीनस्थ सेवा के लिए यह परीक्षा पहले 17 मार्च को होनी थी, पर 11 फरवरी को आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक के बाद पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया।



यूनिवर्सिटी, आईटीआई को भी बनाएं पीसीएस प्री परीक्षा केंद्र : मुख्य सचिव

लखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पीसीएस प्री परीक्षा कराने के लिए यूनिवर्सिटी, आईटीआई व पॉलीटेक्निक जैसे बड़े भवनों में कई सेंटर बनाए जा सकते हैं। आगामी 22 दिसंबर को प्रस्तावित परीक्षा शासनादेश के अनुसार परीक्षा केंद्र मुख्य मार्ग पर होना चाहिए। केवल सरकारी एवं वित्त पोषित संस्थानों को ही केंद्र बनाया जाएगा। कोई निजी संस्थान केंद्र नहीं बनाया जाएगा।

कोषागार से परीक्षा केंद्र की दूरी 10 किमी होने की अनिवार्यता में शिथिलता प्रदान की गई है। वह शुक्रवार को सभी मंडलायुक्तों और डीएम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आवश्यक दिशा- निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी डीएम मुख्य मार्गों पर स्थित सरकारी एवं वित्त पोषित संस्थानों की सूची 18 नवंबर तक उप्र लोक सेवा आयोग एवं कार्मिक विभाग को उपलब्ध कराएं। कार्मिक विभाग एनआईसी की मदद से डाटाबेस तैयार कराएगा, जिसका प्रयोग प्रदेश में होने वाली अन्य परीक्षाओं में होगा।  

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