नियमावली की अड़चन दूर 7814 पदों पर भर्ती जल्द, राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड और प्रवक्ता भर्ती का मामला
प्रयागराज। प्रदेश के 2200 से अधिक राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड (प्रशिक्षित स्नातक या सहायक अध्यापक) और प्रवक्ता भर्ती की नियमावली की अंतिम अड़चन भी दूर हो गई है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने जो आपत्तियां लगाई थीं उसे दूर करते हुए शासन को भेज दिया गया है। अब कैबिनेट से नियमावली की मंजूरी के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राजकीय विद्यालयों में रिक्त चल रहे सहायक अध्यापकों के 7,814 और प्रवक्ता के सैकड़ों पदों पर भर्ती होगी।
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से भेजी गई नियमावली के कई बिन्दुओं पर आपत्ति लगाते हुए लोक सेवा आयोग ने आठ अगस्त को वापस भेज दी थी। मुख्य रूप से विभिन्न डिग्रियों को लेकर तस्वीर साफ करने को कहा गया था ताकि चयन के बाद कोई कानूनी अड़चन न आए। सूत्रों के अनुसार उच्च शिक्षा विभाग के विशेषज्ञों से सलाह लेते हुए आपत्तियां दूर कर ली गई है। इसी के चलते सहायक अध्यापकों और प्रवक्ता के पदों पर भर्ती रुकी हुई थी।
एलटी ग्रेड के 7814 पद हैं खाली
राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड के 7814 पद खाली हैं। पुरुष वर्ग में 4771 और महिला वर्ग में 3043 पद रिक्त हैं। वहीं प्रवक्ता पुरुष वर्ग में 496 और महिला वर्ग में भी सैकड़ों पद खाली हैं। इससे पहले आयोग ने राजकीय विद्यालयों में 15 मार्च 2018 को 10,768 एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती शुरू की थी लेकिन उसमें अर्हता को लेकर कई विवाद सामने आए थे। उसके बाद 22 दिसंबर 2020 को प्रवक्ता के 1473 पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू हुई। इसमें भी अर्हता संबंधी विसंगतियां सामने आई थीं।
प्रतियोगी छात्रों का कैंडल मार्च आज
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा 2024 और समीक्षा अधिकारी (आरओ) / सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) 2023 की प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराए जाने की चर्चा के बीच प्रतियोगी छात्रों ने शनिवार शाम 05:30 बजे मनमोहन पार्क से सुभाष चौराहे तक कैंडल मार्च निकालने का निर्णय लिया है।
दो दिन परीक्षा कराने से नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) का विरोध कर रहे छात्रों ने शुक्रवार को शिवाजी पार्क मम्फोर्डगंज में बैठक की। आंदोलन टीम ने तय किया कि कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराएंगे।
दोबारा नहीं मिल सका एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का अधियाचन, समकक्ष अर्हता स्पष्ट न होने से UPPSC ने वापस कर दिया था अधियाचन
23 अक्तूबर 2024
प्रयागराज। लाखों अभ्यर्थी राजकीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती पर टकटकी लगाए बैठे हैं और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने एलटी ग्रेड शिक्षक एवं प्रवक्ता के रिक्त पदों का अधियाचन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को दोबारा भेजा ही नहीं। ऐसे में पद रिक्त होने के बावजूद भर्ती शुरू नहीं हो पा रही है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को सालभर पहले एलटी ग्रेड शिक्षक के तकरीबन छह हजार पदों और प्रवक्ता के चार सौ से अधिक पदों का अधियाचन मिला था। लेकिन, समकक्ष अर्हता स्पष्ट न होने के कारण आयोग ने विभाग को अधियाचन वापस कर दिया था।
आयोग ने इस आधार पर दोबारा अधियाचन मांगा था कि पहले समकक्ष अर्हता स्पष्ट की जाए। ताकि, भर्ती शुरू होने के बाद अर्हता को लेकर कोई विवाद न हो।
इससे पूर्व वर्ष 2018 की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के मामले में अर्हता के विवाद के कारण ही कई अभ्यर्थी कोर्ट चले गए थे। इसी वजह से आयोग ने निर्णय लिया था कि कोई भी भर्ती हो, समकक्ष अर्हता स्पष्ट होने के बाद उसका विज्ञापन जारी किया जाएगा। आयोग के सूत्रों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग से एलटी ग्रेड और प्रवक्ता जीआईसी के पदों का अधियाचन आयोग को दोबारा नहीं मिला है।
एलटी ग्रेड शिक्षक की पिछली भर्ती में 7.64 लाख आवेदन आए थे। छह साल से नई भर्ती नहीं आई है। इस बार अधिक संख्या में आवेदन आने की उम्मीद है।
2018 के विज्ञापन के तहत एकल परीक्षा के माध्यम से भर्ती हुई थी। इस बार भर्ती के लिए दो चरणों में परीक्षा (प्रारंभिक और मुख्य) परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए आयोग ने शासन को प्रस्ताव भी भेज दिया है। ऐसे में अभ्यर्थियों को एलटी ग्रेड
शिक्षक भर्ती के लिए अगले साल तक इंतजार करना पड़ सकता है। अधियाचन मिलने और परीक्षा दो चरणों में कराए जाने की मंजूरी मिलने के बाद ही आयोग नई भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करेगा। इस बार परीक्षा केंद्र निर्धारण के नियम भी सख्त हो गए हैं। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए लाखों की संख्या में आवेदन आने की उम्मीद है।
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