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Wednesday, October 9, 2024

UPESSC: शिक्षा चयन आयोग ने नई भर्ती के लिए सभी विभागों से मांगा अधियाचन, प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक हजारों पदों पर भर्ती शुरू होने का इंतजार

शिक्षा चयन आयोग ने नई भर्ती के लिए सभी विभागों से मांगा अधियाचन, प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक हजारों पदों पर भर्ती शुरू होने का इंतजार


09 अक्टूबर 2024
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने नई भर्ती शुरू करने के लिए संबंधित विभागों से अधियाचन मांग लिए हैं। साथ ही ऑनलाइन अधियाचन के लिए पोर्टल भी तैयार कर लिया है। इसी पोर्टल पर अधियाचन भेजे जाएंगे। प्रदेश में लाखों अभ्यर्थी नई भर्तियों का इंतजार कर रहे हैं।

शिक्षा सेवा चयन आयोग को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के आयोजन के साथ अटल आवासीय विद्यालयों, अल्पसंख्यक महाविद्यालयों, अशासकीय महाविद्यालयों, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इसके साथ ही आयोग के पास दो पुरानी भर्तियां भी लंबित हैं, जिनमें अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी- पीजीटी के 4163 पद शामिल है। दोनों भर्तियों दो साल से लंबित पड़ी हैं। अशासकीय महाविद्यालयों और माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के हजारों नए पद खाली हुए हैं।



शिक्षा सेवा चयन आयोग को अधियाचन का इंतज़ार, रिमाइंडर भेज कर विभागों से खाली पदों पर भर्तियों के बारे में बताने को कहा

04 अक्टूबर 
लखनऊ : शिक्षा सेवा चयन आयोग ने भर्तियां शुरू करने के लिए सभी संबंधित विभागों से अधिचायन मांगे हैं। आयोग इन विभागों को रिमाइंडर भी भेज चुका है। अभी तक विभागों ने अधियाचन नहीं भेजे हैं। अधियाचन आने के बाद एक कैलेंडर तैयार करके आयोग भर्तियां शुरू करेगा।

 शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन 23 अगस्त 2023 को हुआ था। पहले एमपी अग्रवाल कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गए थे। उसके बाद मार्च 2024 में 12 सदस्य बनाए गए और अब एक सितंबर को गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रफेसर कीर्ति पांडेय को अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया। इस तरह आयोग का कोरम पूरा होने में एक साल बीत गया।

अब अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के बाद प्रफेसर कीर्ति ने शिक्षा से जुड़े सभी विभागों से अधियाचन भेजने को कहा है, ताकि पता लग सके कि कहां पर कितने पद खाली हैं। प्रफेसर कीर्ति ने बताया कि उन्होंने अपनी नियुक्ति के बाद ही सदस्यों के साथ बैठक करके सभी विभागों से अधियाचन भेजने के लिए निर्देश दिए थे। उसके एक हफ्ते बाद ही सभी को रिमाइंडर भी भेज दिया गया है। उन्होंने इस बाबत विभागों से बातचीत भी की है। 



लंबा हुआ लाखों अभ्यर्थियों का इंतज़ार 

आयोग बनने से पहले एडेड माध्यमिक इंटर कॉलेजों और हाईस्कूलों में टीजीटी-पीजीटी शिक्षकों की भर्ती माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड करता था। बोर्ड ने 2022 में टीजीटी और पीजीटी के 4,163 पदों पर भर्ती का विज्ञापन भी निकाला था, लेकिन शिक्षा सेवा चयन आयोग बनने के बाद बोर्ड का इसमें विलय हो गया। ऐसे में 4,163 पदों पर भर्ती के लिए 13,33,136 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, वे अब तक इंतजार कर रहे हैं। 

हालांकि अब टीटीटी-पीजीटी और प्रधानाचार्य के कुल 25 हजार पद एडेड माध्यमिक विद्यालयों में खाली हैं। अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि इन सभी पदों पर एक साथ विज्ञापन निकाला जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा शिक्षक भर्ती हो सकें। 2022 में ही एडेड डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रफेसर के लिए भी 1,071 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था। वह भी पूरी नहीं हो सकी। इसमें भी एक लाख लोगों ने आवेदन किया था। इस तरह इंटर और एडेड डिग्री कॉलेजों में आवेदन करने वाले 14 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी भी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं।



UPESSC: नई भर्ती का अधियाचन मिलने के बाद ही जारी होगा कैलेंडर, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के पास अब तक कोई भी नई भर्ती नहीं

30 सितम्बर 2024
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा - चयन आयोग ने परीक्षा कैलेंडर जारी करने के लिए कमेटी का गठन तो कर दिया है लेकिन अभ्यर्थियों को कैलेंडर के लिए अभी इंतजार करना होगा। आयोग को किसी भी नई भर्ती का अधियाचन नहीं मिला - है। कैलेंडर तभी जारी किया जा सकेगा, जब आयोग को भर्तियों का अधियाचन मिलेगा।

वर्तमान में आयोग के पास केवल दो लंबित भर्तियां हैं, जिसके तहत राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और राजकीय माध्यमिक विद्यालयों - में टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों पर भर्तियां होनी हैं। दोनों भर्तियों के लिए दो साल पहले अगस्त-2022 में आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी - है। आयोग को अब भर्तियों की परीक्षा तिथि घोषित करनी है।


परीक्षा कैलेंडर जारी करने के लिए आयोग के पास फिलहाल किसी नई भर्ती के लिए अधियाचन नहीं है। अभ्यर्थियों के आंदोलन के मद्देनजर आयोग ने शासन और संबंधित विभाग को पत्र भेजकर प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए रिक्त पदों का अधियाचन मांगा है लेकिन प्रक्रिया लंबी है, सो आयोग को अधियाचन मिलने में वक्त लगेगा। 


अभ्यर्थियों का दावा है कि परिषदीय विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षक के तकरीबन 78 हजार पद रिक्त पड़े हैं। वहीं, अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के एक हजार से अधिक पद और प्राचार्य के तकरीबन डेढ़ सौ पद खाली हैं। आयोग ने उच्च शिक्षा निदेशालय से अब तक रिक्त पदों का अधियाचन नहीं मांगा है। हालांकि, निदेशालय ने अपने स्तर से रिक्त पदों की गणना शुरू करा दी है और सभी प्राचार्यों को पत्र जारी कर रिक्त पदों के बारे में जानकारी मांगी है।


उच्च शिक्षा निदेशालय को असिस्टेंट प्रोफेसर एवं प्राचार्य के रिक्त पदों का ब्योरा जुटाने और सभी औपचारिकताएं पूरी करने में कम से कम एक माह का वक्त लगेगा। इसके बाद रिक्त पदों का अधियाचन आयोग को भेजा जाएगा।


आयोग के सूत्रों का कहना है कि आयोग के पास अभी कोई नई भर्ती नहीं है, ऐसे में कैलेंडर कैसे जारी किया जा सकता है। नई भर्ती का अधियाचन मिलने के बाद ही कैलेंडर तैयार किया जाएगा। आयोग पर कैलेंडर जारी करने के साथ लंबित भर्ती परीक्षाओं की तिथि घोषित करने का भी दबाव है। साथ ही शासन की नई गाइडलाइन के अनुरूप परीक्षा कराने की चुनौती है। 


आयोग को नए परीक्षा नियंत्रक भी मिल चुके हैं। अध्यक्ष, सचिव और सदस्यों की नियुक्ति पहले ही हो चुकी है। ऐसे में साल के अंत तक आयोग लंबित भर्ती परीक्षाएं कराने के साथ नए अधियाचन मिलने पर कैलेंडर जारी कर सकता है। 

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