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Friday, December 16, 2022

परीक्षा से पहले कोर्ट में अटकी असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग कर रहा है यह भर्ती, 1017 पदों के लिए जुलाई में जारी हुआ था विज्ञापन

परीक्षा से पहले कोर्ट में अटकी असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग कर रहा है यह भर्ती, 1017 पदों के लिए जुलाई में जारी हुआ था विज्ञापन

प्रयागराज : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए कुछ दिनों में परीक्षा होनी थी, लेकिन इससे पहले बीएड विषय की अनिवार्य अर्हता का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया। अब हाई कोर्ट के आदेश पर उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को बीएड विषय में भर्ती का विज्ञापन रद किया जाएगा। उसके बाद अर्हता मामला ठीक करते हुए फिर से विज्ञापन जारी करना पड़ेगा। इससे भर्ती प्रक्रिया में विलंब होगा। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। आयोग की छोटी-छोटी गलतियों के चलते पिछले कई वर्षों से बिना कोर्ट गए कोई भर्ती पूरी नहीं हुई है।



एडेड महाविद्यालयों में 34 विषयों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पढ़ें पर भर्ती का विज्ञापन उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचइएससी) ने जुलाई 2022 में जारी किया था। विज्ञापन संख्या -51 के अंतर्गत अभ्यर्थियों से 29 अगस्त तक आनलाइन आवेदन लिए गए थे, जिसमें 90,159 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आयोग ने परीक्षा के लिए तैयारी शुरू कर दी। इसी बीच अभ्यर्थी अंजू और दो अन्य ने बीएड विषय की अनिवार्य अर्हता के मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी। उनकी मांग थी कि बीएड विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए अनिवार्य अहंता नेशनल काउंसिल फार टीचर एजूकेशन (एनसीटीई) के अनुसार निर्धारित हो। एनसीटीई के अनुसार इस भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता सामाजिक विज्ञान गणित भाषा में से किसी एक में परास्नातक के साथ एमएड अथवा शिक्षाशास्त्र में परास्नातक के साथ बीएड डिग्री होनी चाहिए। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अनुसार न्यूनतम् योग्यता एमएड अथवा शिक्षाशास्त्र में परास्नातक निर्धारित किया था। कोर्ट ने अंजू की याचिका को स्वीकार करते हुए नौ दिसंबर को आदेश दिया कि एनसीटीई से निर्धारित योग्यता के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती हो। पुराना विज्ञापन रद करते हुए नया विज्ञापन जारी कर आवेदन लिए जाएं। अब आयेग को इस आदेश का पालन करना है। बीएड विषय के 93 पदों के सापेक्ष सात हजार से अधिक आवेदन आए हैं। आयोग ने परीक्षा कराने की तैयारी पूरी कर ली थी लेकिन अब उसे रोककर पहले बीएड विषय में आवेदन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

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