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Tuesday, December 13, 2022

विज्ञापन संख्या 50 की परीक्षा के तीन प्रश्नों पर था विवाद, बैठक में लिया निर्णय, असिस्टेंट प्रोफेसर विधि की लिखित परीक्षा का परिणाम आयोग ने बदला

विज्ञापन संख्या 50 की परीक्षा के तीन प्रश्नों पर था विवाद, बैठक में लिया निर्णय, असिस्टेंट प्रोफेसर विधि की लिखित परीक्षा का परिणाम आयोग ने बदला


● हाईकोर्ट के आदेश पर संशोधित करना पड़ा परीक्षा परिणाम 
● परिणाम में सफल 49 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार गुरुवार को

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या 50 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर विधि के 41 पदों के लिए लिखित परीक्षा का परिणाम बुधवार को हुई बैठक में संशोधित कर दिया। संशोधित परिणाम में 150 अभ्यर्थियों (अनारक्षित 53, ईडब्ल्यूएस 23, ओबीसी 55, एससी 16 व एसटी तीन) को सफल घोषित किया गया है। इनमें तीन दिव्यांग अभ्यर्थी भी शामिल हैं। आयोग के सचिव डॉ. शिवजी मालवीय के अनुसार संशोधित परिणाम के आधार पर अभ्यर्थियों का साक्षात्कार चार व पांच जनवरी को होगा। चयनित अभ्यर्थियों के अनुक्रमांक आयोग के पोर्टल uphesc2021. co. in और वेबसाइट www. uphesc. org पर उपलब्ध है।

अभ्यर्थी अपना साक्षात्कार पत्र पोर्टल से 17 दिसंबर को अपराह्न से डाउनलोड कर सकते हैं। अभ्यर्थियों ने बुकलेट सीरीज एक के प्रश्न संख्या 72, 74 और 100 को लेकर आपत्ति की थी। अभ्यर्थियों की ओर से हाईकोर्ट में दायर याचिका में गठित कमेटी के विशेषज्ञों ने भी याचिकाकर्ताओं की आपत्ति को सही माना था। हाईकोर्ट ने 18 नवंबर को सुनवाई के दौरान विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर संशोधित परिणाम जारी करने के आदेश दिए थे। पूर्व में घोषित परिणाम में 142 अभ्यर्थी सफल थे। इनका साक्षात्कार चार से सात मई तक प्रस्तावित था। प्रश्नों का विवाद हाईकोर्ट पहुंचने के बाद साक्षात्कार प्रक्रिया रोकनी पड़ी थी। आयोग ने हाईकोर्ट के आदेश पर 22 नवंबर को पुर्नमूल्यांकन के बाद विज्ञापन संख्या 50 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर शारीरिक शिक्षा, संस्कृत, अर्थशास्त्रत्त् व गणित का परिणाम संशोधित किया था। संशोधित परिणाम में सफल 49 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार गुरुवार को होना है।

दो अभ्यर्थियों का चयन निरस्त

प्रयागराज : वन विभाग में सहायक सांख्यिकीय अधिकारी के पदों पर भर्ती के लिए 2013-14 में जारी विज्ञापन में चयनित दो अभ्यर्थियों का चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने निरस्त कर दिया है।

आयोग के संयुक्त सचिव विनोद कुमार सिंह के अनुसार सुमन सिंह का पीजीडीसीए प्रमाणपत्र फर्जी होने के कारण जबकि विजय बहादुर द्वारा वांछित प्रमाणपत्र प्रस्तुत न करने के कारण अनारक्षित वर्ग के दोनों अभ्यर्थियों का चयन निरस्त किया गया है। दो पद रिक्त होने के कारण समेकित सूची से सुभाष व फिरोज खान को संस्तुत किया गया है। पूर्व में ओबीसी वर्ग में चयनित सुभाष के स्थान पर उपयुक्त अभ्यर्थी न मिलने के कारण पद दोबारा विज्ञापित करने की संस्तुति की गई है।

गृह विज्ञान के साक्षात्कार के लिए दो और सफल

उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या 50 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर गृह विज्ञान के साक्षात्कार के लिए दो और अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया है। हाईकोर्ट के आदेश पर लिखित परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के प्राप्तांकों का परीक्षण करने पर अनारक्षित और ईडब्ल्यूएस वर्ग के एक-एक अभ्यर्थी के अंक पूर्व में साक्षात्कार के लिए आमंत्रित अभ्यर्थियों के बराबर पाए गए। बुधवार को हुई आयोग की बैठक में दोनों सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार चार जनवरी को कराने का निर्णय लिया गया। अभ्यर्थी साक्षात्कार पत्र 17 दिसंबर से डाउनलोड कर सकते हैं।


UPHESC : प्रश्नों का विवाद सुलझा, संशोधित परिणाम जल्द, लिखित परीक्षा में सफल कई अभ्यर्थी हो सकते हैं बाहर, असि. प्रोफेसर विधि के 41 पदों पर भर्ती का है विवाद

प्रयागराज : इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने लिखित परीक्षा में प्रश्नों का विवाद सुलझा लिया है। आयोग जल्द ही संशोधित परिणाम जारी करेगा। हालांकि, संशोधित परिणाम आने के बाद पूर्व में सफल घोषित किए गए कई अभ्यर्थी मेरिट से बाहर हो सकते हैं।


आयोग की ओर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विधि को छोड़कर बाकी सभी विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। असिस्टेंट प्रोफेसर विधि के 41 पदों पर भर्ती होनी है। आयोग ने जब परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी की थी, तब इसमें कई प्रश्नों पर अभ्यर्थियों ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराई थीं। इस मामले में कई अभ्यर्थियों ने उच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल कर दी थी।

याचिका दाखिल होने के बाद आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर विधि के पदों पर भर्ती प्रक्रिया रोक दी थी। वहीं, बाकी सभी विषयों में सफल अभ्यर्थियों का इंटरव्यू कराते हुए अंतिम चयन परिणाम जारी किया जा चुका है और चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल चुकी है।

अब हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने प्रश्नों के विवाद का निराकरण करते हुए मामला सुलझा लिया है। हालांकि, आयोग को अब पूर्व में जारी लिखित परीक्षा का परिणाम संशोधित करना पड़ रहा है। आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने बताया कि जल्द ही संशोधित परिणाम जारी किया जाएगा और इंटरव्यू का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया जाएगा। संशोधित परिणाम जारी होने के 21 दिनों के बाद इंटरव्यू कराया जाएगा।

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