प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) जल्द ही प्रवक्ता भर्ती का विज्ञापन जारी करेगा। आयोग को 20 विषयों में भर्ती के लिए रिक्त पदों का अधियाचन मिला है, लेकिन पांच विषयों में विसंगति के कारण इन्हें हटाकर 15 विषयों में भर्ती का विज्ञापन जारी करने की तैयारी है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने आयोग को 20 विषयों में प्रवक्ता के 1,584 पदों पर भर्ती का अधियाचन भेजा था। आयोग के सूत्रों का कहना है कि दो विषयों के अधियाचन में पहले से विसंगति थी। जांच के दौरान तीन अन्य विषयों के अधियाचन में भी विसंगति मिली।
आयोग ने निदेशालय से विसंगति वाले पांचों विषयों का संशोधित अधियाचन मांगा है, हालांकि निदेशालय ने अभी संशोधित अधियाचन उपलब्ध नहीं कराया है। पांच विषयों के अधियाचन में नई नियमावली के कारण कुछ तकनीकी अड़चन आ रही है, जिसे ठीक किया जा रहा है। इसमें कुछ वक्त भी लग सकता है।
सूत्रों का कहना है कि आयोग 10 अगस्त या इससे पहले प्रवक्ता भर्ती का विज्ञापन जारी करना चाहता है, क्योंकि भर्ती में पहले से ही काफी विलंब हो चुका है। अगर निदेशालय संशोधित अधियाचन उपलब्ध नहीं कराता है तो आयोग 15 विषयों में भर्ती का विज्ञापन जारी कर देगा, लेकिन इससे पदों की संख्या कम हो जाएगी।
अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) अजय कुमार द्विवेदी कहना है कि पांच नहीं बल्कि तीन विषयों के अधियाचन में मामूली विसंगति है। आयोग की ओर से बताया गया है कि प्रवक्ता भर्ती का विज्ञापन शीघ्र जारी किया जाना है। ऐसे में प्रयास यही है कि जल्द से जल्द आयोग को तीनों विषयों का संशोधित अधियाचन भेज दिया जाए।
बीएड डिग्री वाले ही कर सकेंगे आवेदन
नई नियमावली के तहत अब केवल बीएड डिग्री वाले अभ्यर्थी ही प्रवक्ता भर्ती के लिए आवेदन कर सकेंगे। हालांकि, इस नियमावली से उन लाखों अभ्यर्थियों को झटका लगा है जिनके पास केवल परास्नातक की डिग्री है। इससे पूर्व वर्ष 2020 के विज्ञापन में भर्ती की अनिवार्य शैक्षिक अर्हता परास्नातक की डिग्री थी, लेकिन अब अनिवार्य शैक्षिक अर्हता बीएड की डिग्री होगी।
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