असिस्टेंट प्रोफेसर के 1298 पदों पर भर्ती का रास्ता साफ, परीक्षा प्रारूप में बदलाव पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद अब UPPSC जारी करेगा विज्ञापन
प्रयागराज। राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए परीक्षा के संशोधित प्रारूप पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। आयोग परीक्षा प्रारूप में बदलाव से संबंधित प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिलने का ही इंतजार कर रहा था। प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1298 पदों पर भर्ती होनी है।
नई व्यवस्था में प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा होगी
उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को असिस्टेंट प्रोफेसर के 562 पदों का अधियाचन पहले ही भेजा जा चुका है। प्रदेश में स्थापित नए राजकीय महाविद्यालयों में भी असिस्टेंट प्रोफेसर के 736 पद सृजित किए गए हैं।
उच्च शिक्षा निदेशालय के सूत्रों का कहना है कि बाकी 736 पदों का अधियाचन भी अगले सप्ताह लोक सेवा आयोग को भेज दिया जाएगा। इस तरह आयोग के पास असिस्टेंट प्रोफेसर के 1298 पदों का अधियाचन पहुंच जाएगा।
पूर्व में यह भर्ती केवल इंटरव्यू के माध्यम से कराई जाती थी और इंटरव्यू से पहले स्क्रीनिंग परीक्षा अभ्यर्थियों की छंटनी के लिए होती थी। नई व्यवस्था में प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा होगी और इसके बाद इंटरव्यू होगा। प्रारंभिक परीक्षा अभ्यर्थियों की छंटनी के लिए होगी। मुख्य परीक्षा व इंटरव्यू में प्राप्त अंकों के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा।
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में लिखित परीक्षा भी होगी, कैबिनेट ने उच्चतर शिक्षा सेवा नियमावली में संशोधन को दी मंजूरी, लोक सेवा आयोग वस्तुनिष्ठ सवालों की लिखित परीक्षा भी कराएगा
लखनऊ। राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर (सहायक आचार्य) पद पर भर्ती के लिए अब अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा भी देनी होगी। कैबिनेट की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के इससे जुड़े प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से उच्चतर शिक्षा सेवा नियमावली में संशोधन के तहत यह प्रस्ताव लाया गया था।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयन लोक सेवा आयोग करता है। उच्चतर शिक्षा (समूह क) सेवा नियमावली 1985 के अंतर्गत केवल आयोग की ओर से साक्षात्कार के माध्यम से इनकी नियुक्ति की जाती थी। इसमें संशोधन करते हुए अब भर्ती लिखित परीक्षा (वस्तुनिष्ठ सवालों) व साक्षात्कार के संयुक्त अंकों के आधार पर की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इसके लिए उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा (समूह क) सेवा (तृतीय संशोधन) नियमावली-2025 को जारी करने की कैबिनेट ने मंजूरी दी है। मंत्री ने कहा कि यह पद समूह क श्रेणी का अत्यंत महत्वपूर्ण पद है, जो विद्यार्थियों की शिक्षा, शोध और उनके भविष्य को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है। ऐसे में यह आवश्यक था कि चयन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष तथा गुणवत्तापूर्ण बनाया जाए।
70 की लिखित परीक्षा व 30 नंबर का साक्षात्कार
बैठक में 70 अंकों की लिखित परीक्षा व 30 अंकों का साक्षात्कार लिए जाने का प्रस्ताव रखा गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साक्षात्कार के अंक और कम करने के निर्देश दिए। ऐसे में 80 अंकों की लिखित परीक्षा व 20 अंकों का साक्षात्कार कराने की तैयारी की जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से इन अंकों को तय करने के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। जो इस पर प्रस्ताव देगी।
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