UPPSC : 10 जून से पहले संशोधित कैलेंडर होगा जारी
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद 10 जून से पहले संशोधित कैलेंडर जारी कर देगा। आयोग के सामने निरस्त और स्थगित परीक्षाओं की तारीख तय करने से बड़ी चुनौती जून-जुलाई में प्रस्तावित मुख्य परीक्षाओं की तिथियां तय करना है। निरस्त और स्थगित परीक्षाओं के साथ उनकी मुख्य परीक्षाओं की तारीखों में तालमेल बैठाया जा रहा है। इसको लेकर आयोग में मंथन चल रहा है। एक-दो दिन में निर्णय ले लिया जाएगा।
पेपर लीक के चलते आरओ एआरओ की 11 फरवरी को हुई परीक्षा निरस्त हो गई है। इसके बाद 17 मार्च को प्रस्तावित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा, 22 मार्च को प्रस्तावित स्टाफ नर्स यूनानी आयुर्वेदिक पुरुष-महिला प्रारंभिक परीक्षा, सात अप्रैल को प्रस्तावित सहायक नगर नियोजक प्रारंभिक परीक्षा, नौ अप्रैल को प्रस्तावित अपर निजी सचिव परीक्षा और 24 अप्रैल को प्रस्तावित स्टाफ नर्स एलोपैथी पुरुष महिला परीक्षा को आयोग ने स्थगित किया है।
कैलेंडर के अनुसार आरओ/एआरओ की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में पांच महीने का अंतर था। अभी निरस्त प्रारंभिक परीक्षा की नई तिथि जारी होनी है। ऐसे में स्पष्ट है कि 28 जुलाई को प्रस्तावित इसकी मुख्य परीक्षा की तारीख बदलेगी।
इसी तरह सात जुलाई को प्रस्तावित पीसीएस-2024 मुख्य परीक्षा, 19 जून को प्रस्तावित सहायक नगर नियोजक मुख्य परीक्षा व नौ जून को प्रस्तावित स्टाफ नर्स यूनानी आयुर्वेदिक मुख्य परीक्षा की तारीख में बदलाव होना तय है। इन मुख्य परीक्षाओं की तारीख घोषित होने वाली प्रारंभिक तिथियों से दो या तीन महीने आगे जाएंगी।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के वर्ष 2024 के कैलेंडर में जून और जुलाई में प्रस्तावित चार परीक्षाएं स्थगित की जाएंगी। पांच पहले ही स्थगित की जा चुकी हैं और एक परीक्षा निरस्त हो चुकी है। ऐसे में आयोग की ओर से 12 जनवरी 2024 को जारी कैलेंडर में आधे से अधिक परीक्षाएं प्रभावित हो रही हैं।
समीक्षा अधिकारी (आरओ) सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक की घटना का आयोग की भर्ती परीक्षाओं पर काफी प्रभाव पड़ा है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 11 फरवरी 2024 को हुई आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में प्रदेश में पेपर लीक की घटना से इस कदर तूल पकड़ा की मामले में सीधे शासन को हस्तक्षेप करना पड़ा और यूपीपीएससी की जांच प्रक्रिया पूरी होने से पहले शासन ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया।
यह परीक्षा दोबारा कब आयोजित की जाएगी, इस बारे में आयोग ने अभी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। इस परीक्षा के लिए दस लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। पेपर लीक का विवाद सामने आने के बाद आयोग ने 17 मार्च को प्रस्तावित पीसीएस परीक्षा सहित कुल पांच भर्ती परीक्षाएं स्थगित कर दी।
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा जुलाई में संभावित है, लेकिन इसकी कोई तिथि मोषित नहीं की गई मार्च और अप्रैल में प्रस्तावित पांच परीक्षाओं को स्थगित किए जाने के कारण आयोग को जून और जुलाई में प्रस्तावित चार परीक्षाएं भी स्थगित करनी होंगी। नौ जून को प्रस्तावित स्टाफ नर्स (यूनानी आयुर्वेदिक) (पुरुष/महिला) मुख्य परीक्षा, 19 जून को प्रस्तावित सहायक नगर नियोजक मुख्य परीक्षा, सात जुलाई का प्रस्तावित पीसीएस मुख्य परीक्षा और 28 जुलाई को प्रस्तावित आरओ/एआरओ मुख्य परीक्षा का टलना तय है।
दरअसल, आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा निरस्त की जा चुकी है। ऐसे में मुख्य परीक्षा समय से आयोजित नहीं की जा सकी। वहीं जो परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं, उनमें स्टाफ नर्स (यूनानी/आयुर्वेदिक) (पुरुष/महिला) प्रारंभिक परीक्षा, सहायक नगर नियोजक प्रारंभिक परीक्षा एवं पीसीएस प्रारंभिक परीक्ष शामिल हैं।
आयोग के कैलेंडर में कुल 16 परीक्षाएं शामिल की गई थीं। कैलेंडर में दिसंबर में कोई परीक्षा प्रस्तावित नहीं है। पूर्व में स्थगित की गई परीक्षाएं अब जून, जुलाई या इसके बाद के महीनों में आयोजित की जा सकती हैं। वहीं, जून और जुलाई में प्रस्तावित जो परीक्षाएं स्थगित होनी हैं, ये साल के अंत में कराई जा सकती हैं। अभ्यर्थियों को आयोग के कैलेंडर में 16 में से 10 परीक्षाओं के लिए नई तिथियां घोषित होने का इंतजार है।
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