बदली व्यवस्था के तहत लेटरल इंट्री से प्रवेश लेने वालों की नहीं पिछड़ेगी पढाई
लखनऊ। डिप्लोमा वालों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें इंजीनियरिंग, बीफार्मा में सीधे द्वितीय वर्ष (लेटरल इंट्री) में प्रवेश के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। साथ ही उनकी पढ़ाई भी नहीं पिछड़ेगी। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) अपनी प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव करने जा रहा है। इसके तहत पहले लेटरल इंट्री के प्रवेश लिए जाएंगे। इसके बाद डिग्री कोर्स में प्रवेश शुरू होंगे। एकेटीयू इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट व फार्मेसी संस्थानों में प्रवेश की प्रक्रिया जून मध्य में शुरू करेगा। चुनाव आचार संहिता समाप्त होते ही प्रवेश कार्यक्रम जारी होगा।
केंद्रीय प्रवेश समिति (कैब) की बैठक में प्रवेश कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि चूंकि डिग्री कोर्स ने वालों का सत्र जुलाई-अगस्त से शुरू हो जाता था। लेटरल इंट्री के प्रवेश करीब तीन माह बाद होते थे। ऐसे में इन विद्यार्थियों की पढ़ाई पिछड़ जाती है और कॉलेज सिर्फ औपचारिकता पूरी करते हैं। इसे देखते हुए इस बार पहले लेटरल इंट्री के प्रवेश होंगे।
लेटरल इंट्री प्रवेश
बीटेक चार वर्षीय पाठ्यक्रम में आईटीआई, पॉलीटेक्निक आदि से तीन साल का तकनीकी डिप्लोमा करने वालों को सीधे बीटेक द्वितीय वर्ष में प्रवेश दिया जाता है। बीएससी करने वाले विद्यार्थी भी बीटेक द्वितीय वर्ष में प्रवेश पाते हैं। इसके लिए उन्हें सेंट्रल यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) देना होता है। इसके बाद मेरिट के आधार पर उन्हें प्रवेश दिया जाता है। इसी तरह डीफार्मा करने वालों को बीफार्मा में और बीसीए कोर्स करने वालों को एमसीए में सीधे द्वितीय वर्ष में प्रवेश दिया जाता है।
2023-24 में लेटरल इंट्री से प्रवेश
■ 10 हजार छात्रों ने बीटेक में
■ 5000 छात्रों ने बीफार्मा में
■ 500 छात्रों ने एमसीए में
1.40 लाख विद्यार्थियों को सत्र नियमित होने से फायदा
विश्वविद्यालय में पिछले साल संवद्धता और प्रवेश प्रक्रिया काफी पिछड़ गई थी। हालत यह हो गई कि नवंबर तक प्रवेश हुए और उसके बाद पढ़ाई शुरू हुई। इससे सत्र काफी पिछड़ गया। इसके चलते संबद्धता की आधी प्रक्रिया अब तक पूरी की जा चुकी है।
कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया जुलाई में प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर पढ़ाई शुरू कराने का लक्ष्य है। विश्वविद्यालय 30 जून तक सभी सेमेस्टर परीक्षाओं का परिणाम जारी करेगा। ताकि जुलाई में अन्य छात्रों की पढ़ाई शुरू करा दी जाए। यह पूरी कवायद सत्र नियमित करने के। लिए की जा रही है। इससे एकेटीयू से संबद्ध 750 से अधिक संस्थानों के करीब 1.40 लाख विद्यार्थियों को फायदा होगा।
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