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Tuesday, September 30, 2025

29 एवं 30 जनवरी को UPTET परीक्षा प्रस्तावित, अब तक आवेदन का मसौदा ही तैयार नहीं, शिक्षा सेवा चयन आयोग नहीं ले सका किसी भर्ती का आवेदन

29 एवं 30 जनवरी को UPTET परीक्षा प्रस्तावित, अब तक आवेदन का मसौदा ही तैयार नहीं, शिक्षा सेवा चयन आयोग नहीं ले सका किसी भर्ती का आवेदन


प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) को लेकर भी दुविधा बनी हुई है। आयोग ने 29 और 30 जनवरी को परीक्षा कराने की घोषणा की है लेकिन आवेदन प्रक्रिया ही शुरू नहीं हो पाई है।

यहां तक कि आवेदन का प्रारूप ही तैयार नहीं हो पाया है। ऐसे में तय तारीख पर परीक्षा कराने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। आयोग के गठित हुए दो साल से अधिक हो गया है लेकिन अब तक किसी भी भर्ती के आवेदन नहीं लिया जा सका है। यूपीटीईटी पहली परीक्षा होगी जिसके लिए आयोग खुद विज्ञापन जारी करने के साथ अभ्यर्थियों से आवेदन लेगा लेकिन अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय के इस्तीफे के बाद गतिरोध बन गया है। उनका इस्तीफा स्वीकार होने से एक दिन पहले असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का साक्षात्कार स्थगित कर दिया गया। इसके अलावा 15 और 16 अक्तूबर को प्रस्तावित प्रवक्ता भर्ती परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है। ऐसे में शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हैं।

अफसरों के अनुसार यदि तय तारीख पर परीक्षा करानी है तो अक्तूबर के पहले पखवाड़ा में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए। इसे ध्यान में रखकर आयोग ने इसका प्रस्ताव तैयार करने के लिए कमेटी बनाई है, प्रारंभिक प्रस्ताव भी तैयार हो गया है लेकिन शासन से इसे स्वीकृति नहीं मिली है।

बताया जा रहा है कि प्रस्ताव के कई बिंदुओं को लेकर गतिरोध है। अफसरों का कहना है कि अब नए अध्यक्ष के आने के बाद ही यूपीटीईटी की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। 




UPTET के लिए आयोग ने बनाई कमेटी, आवेदन जल्द, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पहली बार कराएगा परीक्षा

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) के लिए जल्द आवेदन लिया जाएगा। शिक्षा सेवा चयन आयोग में इसके लिए कमेटी बनाई है। कमेटी परीक्षा प्रारूप, योग्यता और परीक्षा शुल्क आदि का निर्धारण करेगी। जल्द ही प्रारूप तैयार कर शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।


प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी क्वॉलिफाई करना अनिवार्य है। अब तक यह परीक्षा उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक करता रहा। नियामक की ओर से अंतिम परीक्षा 23 जनवरी 2022 को कराई गई थी। इसके बाद परीक्षा नहीं हुई है।

इसके अलावा लंबे समय से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती भी नहीं हुई है। ऐसे में प्रतियोगी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के साथ टीईटी कराने के लिए आंदोलनरत हैं। हालांकि, कोई बड़ी बाधा नहीं आई तो जनवरी में टीईटी करा लिया जाएगा।

अब यह परीक्षा उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग कराएगा। आयोग ने जनवरी में परीक्षा की तिथि भी घोषित कर दी है। अब आयोग ने कमेटी भी गठित कर दी है। इसी माह प्रारूप तैयार होने की उम्मीद है। शासन से मंजूरी के बाद आवेदन मांगा जाएगा। 


आयोग की ओर से लिया जाएगा पहला आवेदन  नवगठित शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से अब तक सिर्फ असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा कराई गई है लेकिन इसके लिए आवेदन उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से मांगा गया था। शिक्षा सेवा चयन आयोग यूपीटीईटी के रूप में पहली बार किसी परीक्षा के लिए आवेदन मांगेगा।

20 लाख से अधिक आवेदन के आसार
जनवरी, 2022 में हुई परीक्षा के लिए 1,29,16,281 आवेदन पहुंचे थे। इनमें से 11,47,090 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। अब चार साल बाद जनवरी में परीक्षा प्रस्तावित है। ऐसे में शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे डीएलएड, बीएड उत्तीर्ण प्रतियोगियों की लंबी कतार हो गई है और यूपीटीईटी के लिए 20 लाख से अधिक आवेदन आने की बात कही जा रही है। आयोग में इसे ध्यान में रखकर तैयारी भी की जा रही है।




नहीं बढ़ेगा UPTET का आवेदन शुल्क,  सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए इसके लिए कड़े निर्देश, शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य किए जाने पर बढ़ी है हलचल


लखनऊ। प्रदेश सरकार ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षक भर्ती के लिए अनिवार्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का आवेदन शुल्क नहीं बढ़ाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं।


जानकारी के अनुसार शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से टीईटी का आवेदन शुल्क बढ़ाने की तैयारी चल रही थी। आयोग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा गया था। इसकी जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। साथ ही अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि शुल्क में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी। इससे शिक्षकों व अन्य अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है।


बता दें कि वर्तमान में टीईटी का आवेदन शुल्क 600 रुपये है, जिसे बढ़ाने का प्रस्ताव था। वहीं परीक्षा 29 व 30 जनवरी को आयोग की ओर से प्रस्तावित की गई है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा कक्षा एक से आठ तक के शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य किया गया है। इसके बाद से आयोग में टीईटी आयोजित करने की हलचल भी बढ़ गई है। जबकि शिक्षक भी इसके लिए तैयारी में जुट गए हैं।




UPTET में आवेदन शुल्क बढ़ाकर 1700 रुपये करने की तैयारी, शिक्षा सेवा चयन आयोग ने स्वीकृति के लिए शासन को भेजा प्रस्ताव 

3400 रुपये हर उस  अम्यर्थी को चुकाने होंगे जो प्राथमिक व उच्च प्राथमिक टीईटी दोनों देना चाहता है


प्रयागराजः प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षक भर्ती के लिए अनिवार्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के आवेदन का शुल्क उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग बढ़ाएगा। अभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए 600-600 रुपये आवेदन शुल्क निर्धारित है, लेकिन अब इसे 1700-1700 रुपये करने की तैयारी है। यदि दोनों स्तर की टीईटी में सम्मिलित होना है तो कुल मिलाकर 3400 रुपये शुल्क जमा करना होगा। 


इसका प्रस्ताव शिक्षा सेवा चयन आयोग ने स्वीकृति के लिए शासन को भेजा है। शासन के कारण पूछने पर आयोग ने शुचितापूर्ण परीक्षा आयोजन के लिए जून में जारी शासनादेश के अनुसार व्यवस्था बनाने में अधिक व्यय का कारण बताते हुए जवाब भेज दिया है।


प्रदेश के विभिन्न भर्ती आयोग/चयन बोर्ड की चयन प्रक्रिया को शुचितापूर्ण ढंग से संपन्न कराने के संबंध में शासन ने 19 जून 2024 को जारी शासनादेश में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए हैं। इस शासनादेश के क्रम में शिक्षा आयोग ने वर्ष 2022 की लंबित असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 16 एवं 17 अप्रैल-2025 को कराई, जिसमें अधिक धनराशि खर्च हुई।

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