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Thursday, May 4, 2023

8085 पदों पर लेखपाल भर्ती परीक्षा परिणाम पर उठे सवाल

राजस्व लेखपाल मुख्य परीक्षा में परीक्षा केंद्रों में अनुचित साधनों का प्रयोग करते पकड़े गए अभ्यर्थियों के संबंध में आयोग का स्पष्टीकरण




8085 पदों पर लेखपाल भर्ती परीक्षा परिणाम पर उठे सवाल

नकल करते पकड़ी गई महिला अभिलेख परीक्षण के योग्य घोषित, अखिलेश यादव ने ट्वीट कर आयोग व सरकार को घेरा


लखनऊ : राजस्व लेखपाल के 8085 पदों पर भर्ती के लिए उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की और से मंगलवार को घोषित परिणाम पर सवाल उठने लगे हैं। वजह यह है कि अभिलेख परीक्षण के लिए उस महिला अभ्यर्थी को भी योग्य बताया गया है जिसे पुलिस ने परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ा था। इंटरनेट मीडिया पर यह मामला उछलने के बाद आयोग अब लीपापोती में जुटा है।



इंटरनेट मीडिया पर यह मामला प्रचारित होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को इसे लेकर ट्वीट किया। अखिलेश ने कहा कि 'यूपी पुलिस ने लेखपाल भर्ती परीक्षा में नकल करते हुए जिस महिला अभ्यर्थी को सुबूत के साथ पकड़ा था, उसे उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने उत्तीर्ण घोषित कर दिया है। ये ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है।' उन्होंने इसकी जांच कराकर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग के साथ कटाक्ष भी किया 'भाजपा सरकार में नकल माफिया का अमृतकाल चल रहा...।'

आयोग के सचिव अवनीश सक्सेना ने कहा कि लिखित परीक्षा के आधार पर चयन प्रक्रिया के फरार हैं। अगले चरण-अभिलेख परीक्षण के लिए घोषित किया गया परिणाम अंतिम परिणाम नहीं है। संबंधित अभ्यर्थी रितू सिंह को प्रयागराज के चेतना गर्ल्स इंटर कालेज परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया था। परीक्षा केंद्र की ओर से आयोग को भेजे गए अनुचित साधनों के प्रयोग संबंधी विवरण पत्र में इस प्रकरण का कोई उल्लेख नहीं किया गया है इसलिए अन्य अभ्यर्थियों के साथ ही इस महिला अभ्यर्थी की ओएमआर शीट का भी मूल्यांकन किया गया है। इस मामले में जिला स्तर पर दर्ज की गई एफआइआर के क्रम में पुलिस द्वारा की जा रही विवेचना के आधार पर न्यायालय में चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट दाखिल किये जाने के बारे में आयोग को कोई सूचना नहीं मिली है। वहीं, इंस्पेक्टर करेली रामाश्रय यादव का कहना है कि मुकदमे में रितु सिंह सहित आठ आरोपित के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। जबकि तीन अभियुक्तों के विरुद्ध विवेचना प्रचलित है। जिनके खिलाफ विवेचना चल रही है वह फरार है।

प्रतियोगी छात्र आक्रोशित रद हो लेखपाल भर्ती


◆ पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट किया तो तमाम छात्रों ने राय दी 

◆ यूपीएसएसएससी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

प्रयागराज :  लेखपाल भर्ती परीक्षा में नकल करते पकड़ी गई अभ्यर्थी के चयन होने से प्रतियोगी छात्रों में आक्रोश है। छात्रों ने कहा कि इस भर्ती को रद्द किया जाए और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन सेवा आयोग (यूपीएसएसएससी) के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। लेखपाल भर्ती का परिणाम आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे ट्वीट किया तो तमाम प्रतियोगी छात्रों ने उस पर अपनी राय व्यक्त की। कई छात्रों ने तो सरकार पर भी सवाल उठाए। एक ने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार में नकल माफिया का अमृतकाल चल रहा है।

यूपीएसएसएससी ने बुधवार को लेखपाल भर्ती का परिणाम जारी किया। परिणाम आया तो इसमें रितु सिंह का चयन था । यह लड़की करेली के चेतना गर्ल्स इंटर कालेज परीक्षा केंद्र में हुई लेखपाल की परीक्षा में नकल करते पकड़ी गई थी। इसके बावजूद भी चयन होने पर युवाओं का भरोसा आयोग से उठ गया है । प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मांग का हम पूर्ण समर्थन करते है। आखिर नकल करने वाले जब पास हैं तो भर्ती भ्रष्टाचार मुक्त कैसे है ? यह भर्ती पूर्णतः भ्रष्टाचार युक्त है। इसकी जांच होनी चाहिए और भर्ती निरस्त कर के पुनः पारदर्शी तरीके से पूर्ण हो । अधीनस्थ आयोग नकल माफियाओं के हाथों में है। कोई भी भर्ती पेपर आउट के बिना पूर्ण नहीं हो रही है। सभी भर्तियों में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। प्रतियोगी छात्र मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विक्की खान ने कहा कि भर्तियों में भ्रष्टाचार चरम पर है। इससे पहले दरोगा भर्ती में भी ऐसा खेल हुआ है।

पेपर आउट होने से लेकर परिणाम जारी होने तक नकल माफिया अधीनस्थ आयोग में हावी हैं। छात्र नेता अजय यादव सम्राट ने कहा कि भर्तियों में भ्रष्टाचार से छात्रों का मनोबल गिरा है। अब भर्तियां भी कम हो रही हैं। उसमें भी नकल करने वालों का चयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह भर्ती रद्द नहीं हुई तो वह आयोग के खिलाफ आंदोलन करेंगे।

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