माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने खोला भर्तियों का पिटारा, पुनर्गठन बाद पहली बैठक में लिए गए अहम निर्णय, समयबद्ध चयन के लिए कैलेंडर जारी करने पर लगी मुहर।
इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने अपनी पहली बैठक में यह भी निर्णय लिया है कि 2013 में संस्था प्रधान यानि प्रधानाचार्यो के 599 पदों के लिए आवेदन लिए गए थे। उन आवेदनों की जांच के लिए मंडलवार समिति का गठन किया जा रहा है। इन पदों का साक्षात्कार जून माह के अंतिम सप्ताह से शुरू कराने का निर्णय हुआ है।
ऐसे ही 2011 के प्रधानाचार्य के 955 पदों पर हाईकोर्ट के स्थगनादेश के कारण अभी तक अंतिम चयन की कार्यवाही नहीं हो सकी है। इस मामले में निर्णय हुआ कि हाईकोर्ट में लंबित याचिका की पैरवी की जाएगी। 12016 की लिखित परीक्षा पर निर्णय नहीं 12016 में प्रशिक्षित स्नातक के 7950 व प्रवक्ता के 1344 पदों की लिखित परीक्षा के लिए ई-गवर्नेस के तहत कंप्यूटरीकृत परीक्षा प्रकोष्ठ बनाया जाएगा।
यही नहीं इन जिन पदों का विषयवार अधियाचन मिला है उनका संबंधित जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों से निर्धारित समय सीमा में सत्यापन कराया जाएगा। इन अधियाचनों के अनुश्रवण के लिए सदस्यों की एक समिति का गठन हुआ है, ताकि सत्यापन का कार्य समय से पूरा हो। इसकी लिखित परीक्षा की तारीख भी बाद में तय होगी।
■ अब ऑनलाइन अधियाचन ही मान्य
बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि 31 मार्च 2018 तक प्रधानाचार्य के जो अधियाचन चयन बोर्ड को मिले हैं, उन्हें शामिल करते हुए अब ऑनलाइन अधियाचन ही लिए जाएंगे। इसका सिस्टम बनाया जा चुका है। जिसे अशासकीय कालेजों के प्रधानाचार्य व प्रबंधक से लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक व चयन बोर्ड को उसका अनुपालन करना होगा।
चयन बोर्ड ने यह भी निर्णय लिया है कि भविष्य में भर्तियों की समयबद्ध कार्यवाही कराने के लिए बोर्ड परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर जारी करेगा। यह कैलेंडर जल्द ही घोषित होगा। निर्णयों को त्वरित गति से आगे बढ़ाने के लिए बोर्ड ने अगली बैठक एक मई को कराने का निर्णय लिया है। सोमवार की बैठक में अध्यक्ष वीरेश कुमार के अलावा सदस्य डा. धीरेंद्र द्विवेदी, डा. हरेंद्र कुमार राय, रमेश, डा. अजीत सिंह, डा. दिनेश मणि त्रिपाठी, डा. ओम प्रकाश राय, सचिव नीना श्रीवास्तव व उप सचिव नवल किशोर उपस्थित थे।
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