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Thursday, September 21, 2023

अनुदेशक भर्ती में बीटेक, डिप्लोमा करने वालों के लिए खुलेंगे रास्ते, सीआईटीएस का प्रमाणपत्र अनिवार्य होने से भर्ती में शामिल नहीं हो पा रहे अभ्यर्थी

अनुदेशक भर्ती में बीटेक, डिप्लोमा करने वालों के लिए खुलेंगे रास्ते

सीआईटीएस का प्रमाणपत्र अनिवार्य होने से भर्ती में शामिल नहीं हो पा रहे अभ्यर्थी


प्रयागराज : आईटीआई अनुदेशक भर्ती में सीआईटीएस प्रमाणपत्र का पेच जल्द ही दूर हो सकता है। सेवा नियमावली में संशोधन के लिए सरकार ने कमेटी गठित कर दी है। भर्ती में अगर सीआईटीएस प्रमाणपत्र की अनिवार्यता समाप्त हो जाती है तो बीटेक और डिप्लोमा करने वाले अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिलेगी। सीआईटीएस प्रमाणपत्र के बिना उनके लिए भर्ती में शामिल होने के | रास्ते खुल जाएंगे। 

पूर्व में यही व्यवस्था लागू थी। आईटीआई अनुदेशक के पदों पर भर्ती के लिए आईटीआई का डिप्लोमा और एक वर्ष का सीआईटीएस का प्रमाणपत्र अनिवार्य था, लेकिन अगर कोई बीटेक या डिप्लोमा करने वाला अभ्यर्थी भर्ती में शामिल होना चाहता था और उसके पास सीआईटीएस का प्रमाणपत्र नहीं था, तो यह शर्त होती थी कि नियुक्ति के बाद ऐसे अभ्यर्थियों को तीन माह की अलग से ट्रेनिंग दी जाएगी।

दिसंबर 2021 में इस व्यवस्था में अचानक बदलाव कर दिया गया। नई व्यवस्था के तहत बीटेक और डिप्लोमा वालों के लिए भी सीआईटीएस प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया और एक माह बाद यानी जनवरी 2022 में उत्तर प्रदेश - अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने आईटीआई अनुदेशक के 2504 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया। ऐसे में बीटेक और डिप्लोमा करने वाले अभ्यर्थियों को सीआईटीएस प्रमाणपत्र कोर्स करने का मौका ही नहीं मिला। यह मामला अब न्यायालय में लंबित है।

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