प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा पीसीएस में सफलता पाने के लिए प्रतियोगी छात्रों को अब भारत के विकास में उत्तर प्रदेश की भूमिका का भी अध्ययन करना होगा। प्रदेश सरकार ने इस साल से पीसीएस मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय की अनिवार्यता को समाप्त करते हुए इसके स्थान पर उत्तर प्रदेश पर आधारित सामान्य ज्ञान के दो प्रश्नपत्र (पांच और छह) जोड़ दिए हैं।
वेबसाइट पर पाठॺक्रम अपलोड- मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम लोक सेवा आयोग ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। खास बात यह है कि पिछले साल तक मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में यूपी पर आधारित सात टॉपिक पूछे जाते थे। इस बार दो नये प्रश्नपत्र जुड़ने से यूपी पर आधारित टॉपिक की संख्या बढ़कर 43 हो गई है।
साफ है कि प्रतियोगी छात्रों को यूपी के संदर्भ में गहन तैयारी करनी होगी। संशोधित पाठ्यक्रम में ‘उत्तर प्रदेश में निवेश मुद्दे एवं प्रभाव’, ‘उत्तर प्रदेश के विकास में सार्वजनिक एवं निजी साझेदारी को प्रोत्साहित करना’, ‘बाह्य, राज्य एवं अंतर राज्यीय सक्रियकों से आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियां पैदा करने में संचार नेटवर्क, मीडिया एवं सोशल नेटवर्किंग साइट्स की भूमिका’ समेत यूपी पर आधारित कई नये टॉपिक जोड़े गए हैं।
दुकानों में उपलब्ध नहीं अध्ययन सामग्री
पीसीएस 2023 मुख्य परीक्षा में उत्तर प्रदेश पर आधारित 43 टॉपिक जोड़े गए हैं। प्रतियोगी छात्रों के सामने समस्या है कि इतने विस्तृत टॉपिक पर केंद्रित गुणवत्तापूर्ण अध्ययन सामग्री दुकानों में उपलब्ध नहीं है। छात्र अंबुज मिश्रा का मानना है कि गंभीरतापूर्वक तैयारी करने वाले प्रतियोगी छात्र यूपी विशेष जुड़ने से चयन को लेकर आशान्वित तो हैं लेकिन अध्ययन सामग्री जुटाने को लेकर उतना ही अधिक चिंतित भी दिख रहे हैं। दो-तीन परीक्षा होने के बाद यूपी पर आधारित पर्याप्त अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो जाएगी, लेकिन फिलहाल इसकी समस्या है।
तीन अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन
पीसीएस 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन चल रहे हैं। अभ्यर्थी तीन अप्रैल तक ऑनलाइन फीस और छह अप्रैल तक फॉर्म जमा कर सकते हैं। इस बार पीसीएस में 173 पदों पर भर्ती होगी।
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