देश के 25 हाईकोर्ट में न्यायमूर्तियों के 333 पद खाली, कई उच्च न्यायालयों में खाली हैं पद
नई दिल्ली : हाईकोर्ट में न्यायमूर्तियों के तबादले की सिफारिश को मंजूरी में देरी पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से नाराजगी जताई है। आंकड़े बताते हैं कि अदालतों में बड़ी संख्या में न्यायमूर्तियों के पद खाली हैं। 25 हाईकोर्टों में कुल 333 पद खाली हैं
विधि और न्याय मंत्रालय के अनुसार हाईकोर्ट में कुल स्वीकृत पदों की संख्या 1108 है। इनमें से 775 पद भरे हैं जबकि 333 पद खाली हैं। सरकार ने कहा है कि सरकार और सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम के बीच न्यायमूर्तियों की नियुक्ति के 142 प्रस्ताव प्रक्रिया के अलग-अलग चरणों में हैं।
(स्त्रत्तेत- विधि एवं न्याय मंत्रालय)
कहां-कितने पद खाली
हाईकोर्ट स्वीकृत पद कार्यरत खाली
इलाहाबाद 160 96 64
बंबई 94 66 29
गुजरात 52 26 26
मद्रास 75 52 23
मध्य प्रदेश 53 31 22
पटना 53 34 19
पंजाब-हरियाणा 85 66 19
दिल्ली 60 45 15
राजस्थान 50 35 15
इस साल 80 जज सेवानिवृत्त हो जाएंगे
विधि एवं न्याय मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2023 में सुप्रीम कोर्ट तथा हाईकोर्ट से 80 जज सेवानिवृत्त हो जाएंगे। सबसे अधिक इलाहाबाद तथा पंजाब और हरियाणा से 9-9 जज रिटायर होंगे। सुप्रीम कोर्ट से 8 जज सेवानिवृत्त होंगे। हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और लद्दाख तथा मेघालय से 1-1, कलकत्ता से 4, दिल्ली से 6, मध्य प्रदेश से 7 जज सेवानिवृत्त होंगे।
सर्वाधिक 64 पद इलाहाबाद हाईकोर्ट में खाली हैं। यहां स्वीकृत पदों की संख्या 160 है इनमें 96 पदों पर ही जज कार्यरत हैं। बंबई हाईकोर्ट में 29 पद खाली हैं। सिक्किम में एक भी पद खाली नहीं है। मेघालय, गुवाहाटी में 1-1, त्रिपुरा में 3 तथा उत्तराखंड, झारखंड तथा आंध्रप्रदेश में 5-5 पद खाली हैं।
0 comments:
Post a Comment