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Wednesday, June 18, 2025

गर्भवती होने पर प्रशिक्षण का हिस्सा नहीं बन सकेंगी नवचयनित सिपाही, डिलीवरी के एक साल बाद दिया जाएगा प्रशिक्षण, फिटनेस सर्टिफिकेट देना होगा देना

गर्भवती होने पर प्रशिक्षण का हिस्सा नहीं बन सकेंगी नवचयनित सिपाही, डिलीवरी के एक साल बाद दिया जाएगा प्रशिक्षण, फिटनेस सर्टिफिकेट देना होगा देना

लखनऊ। सिपाही नागरिक पुलिस के पद पर चयनित महिलाएं गर्भवती हुईं तो प्रशिक्षण का हिस्सा नहीं बन पाएंगी। गर्भवती होने की सूरत में उन्हें वापस भेज दिया जाएगा। ऐसी महिला प्रशिक्षुओं को डिलीवरी के एक साल बाद आगामी प्रशिक्षण सत्र में शामिल करने की व्यवस्था की जाएगी। बता दें सिपाही नागरिक पुलिस के पद पर 60244 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं, जिनमें 12048 महिलाएं हैं।

आरक्षी नागरिक पुलिस (सीधी भर्ती/मृतक आश्रित) आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुताबिक इन परिस्थितियों में यदि किसी महिला सिपाही की प्रशिक्षण की अवधि साढ़े चार माह से कम होगी तो उसे नए सिरे से पूरा प्रशिक्षण लेना होगा। वहीं, यदि प्रशिक्षण अवधि साढ़े चार माह से अधिक हो गई होगी तो शेष प्रशिक्षण उसी स्तर से आरंभ होगा, जहां से छोड़ा गया था।

यह प्रशिक्षण निदेशालय के आदेश के बाद अगले बैच के साथ कराया जाएगा। इसके अलावा यदि किसी महिला को प्रशिक्षण आरंभ होने के एक वर्ष के अंदर प्रसव हुआ है तो उसे प्रशिक्षण में शामिल होने से पहले जिले के सीएमओ का मेडिकल फिटनेस का सर्टिफिकेट देना होगा।

राज्य के बाहर की निवासी महिला सिपाही को यह सर्टिफिकेट प्रशिक्षण संस्था के जिले के सीएमओ से प्राप्त करना होगा। यदि किसी महिला को प्रशिक्षण शुरू होने से पहले अथवा प्रशिक्षण के दौरान गर्भपात हो जाता है तो प्रशिक्षण में शामिल होने से पहले सीएमओ से फिट होने का सर्टिफिकेट लेकर जमा करना होगा।

विशाखा कमेटी का भी होगा गठन

नियमावली के मुताबिक प्रत्येक प्रशिक्षण संस्थान में नियमों के मुताबिक विशाखा कमेटी और इंटरनल कंप्लेंट्स कमेटी का गठन किया जाएगा, ताकि महिलाएं अपने साथ होने वाले किसी प्रकार के यौन शोषण, दुर्व्यवहार आदि की शिकायत आसानी से कर सकें। बता दें कि प्रारंभिक प्रशिक्षण के दौरान पुरुष पुलिसकर्मियों को महिला पुलिसकर्मियों के साथ आचरण का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। महिला पुलिस एवं पुलिस कार्य में उनकी भूमिका तथा महिला पुलिसकर्मियों से व्यवहार के साथ कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न (रोकथाम प्रतिषेध एवं उपचार) अधिनियम की जानकारी भी दी जाएगी।




60,244 नवचयनित सिपाहियों को एक माह का प्रारंभिक प्रशिक्षण 20 जून से, तीन नए कानूनों के मुताबिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, प्रभारी साक्षात्कार भी लेंगे

JTC में 5 दिन रहे अनुपस्थित तो अगले सत्र का करना होगा इंतजार


लखनऊ। सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों का प्रारंभिक प्रशिक्षण (जेटीसी) 20 जून से 112 केंद्रों पर शुरू होगा। एक माह के इस कोर्स में 5 दिन उपस्थित नहीं रहने वाले अभ्यर्थी को प्रशिक्षण से विरत कर दिया जाएगा और उसे अगले सत्र का इंतजार करना होगा।

जेटीसी में तीन नए कानूनों के मुताबिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसका विस्तृत पाठ्यक्रम हाल ही में अपडेट किया गया है। इसके बाद 9 माह का आधारभूत प्रशिक्षण और तीन माह का जिले में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।

बता दें कि आरक्षी नागरिक पुलिस आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम बीते दिनों अपडेट किया गया है, जिसे तत्कालीन डीजीपी प्रशांत कुमार ने मंजूरी के बाद जारी किया था। इसके तहत जिले के पुलिस प्रभारी को जेटीसी का प्रभारी बनाया गया है।


सिपाही प्रशिक्षण क्लास की कसौटी

जेटीसी के दौरान प्रशिक्षु सिपाहियों को एक रजिस्टर बनाना होगा, जिसमें प्रतिदिन उनके द्वारा किए गए प्रशिक्षण कार्यों का उल्लेख करना होगा।

इस दौरान प्रशिक्षुओं को पुलिस मुख्यालय की ओर से वर्दी और किट कार्ड आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। जिले के पुलिस प्रभारी सभी प्रशिक्षुओं की चरित्र पंजिका तैयार कराएंगे। साथ ही जेटीसी प्रगति पत्र, परिचय पत्र तैयार कराकर प्रशिक्षु सिपाहियों के साथ ही संबंधित प्रशिक्षण संस्थाओं को भेजेंगे।

इसके अलावा प्रारंभिक प्रशिक्षण की अवधि में एक बार प्रशिक्षुओं कासाक्षात्कार भी लेंगे। इस पाठ्यक्रम में संशोधन के लिए डीजी प्रशिक्षण द्वारा विचार के बाद डीजीपी को प्रस्ताव भेजा जाएगा।


महिला कर्मियों के साथ आचरण का भी सीखेंगे पाठ

प्रारंभिक प्रशिक्षण के दौरान महिला पुलिसकर्मियों के साथ आचरण का पाठ भी सिखाया जाएगा। महिला पुलिस एवं पुलिस कार्य में उनकी भूमिका तथा महिला पुलिसकर्मियों से व्यवहार के साथ कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न (रोकथाम प्रतिषेध एवं उपचार) अधिनियम की जानकारी भी दी जाएगी। इसके अलावा लैंगिक संवेदनशीलता से आशय और उसके महत्व के बारे में भी बताया जाएगा। इसके अलावा श्रमदान, पीटी एक्सरसाइज, योगासन, खेलकूद मार्च करने का सही तरीका, वर्दी पहनना, वर्दी टर्न आउट, वर्दी व सादे कपड़ों में सैल्यूट और एक साथ टोल में फॉल-इन होना भी सिखाया जाएगा।


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