प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का परीक्षा नियंत्रक बना दिया गया है। उन्हें आयोग में परीक्षा नियंत्रक के पद पर तीन साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है। इस बाबत उच्च शिक्षा के विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी की ओर से सोमवार को आदेश जारी कर दिए गए।
देवेंद्र प्रताप सिंह को शिक्षा सेवा चयन आयोग का परीक्षा नियंत्रक बनाए जाने पर मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से अनापत्ति दी जा चुकी है। मुक्त विवि से कार्यमुक्त होने के बाद वह शिक्षा सेवा चयन आयोग में परीक्षा नियंत्रक पद की जिम्मेदारी परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह संभालेंगे। आयोग के गठन के बाद से ही परीक्षा नियंत्रक का पद खाली चल रहा था जबकि किसी भी परीक्षा के आयोजन में परीक्षा नियंत्रक की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। आयोग को अध्यक्ष, 12 सदस्य एवं सचिव पहले ही मिल चुके हैं
और अब परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति हो जाने से आयोग में लंबित पड़ी भर्ती परीक्षाओं को लेकर जल्द ही कोई निर्णय होने की उम्मीद है। अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों पर दो साल से अधिक समय से भर्ती लंबित पड़ी है।
पदभार संभालने के बाद परीक्षा नियंत्रक को लंबित भर्ती परीक्षाओं पर निर्णय लेने का दबाव होगा। साथ ही शासन की ओर से जारी नई गाइडलाइन के अनुरूप परीक्षाओं के आयोजन की व्यवस्था करनी होगी, जिसमें केंद्र निर्धारण, प्रश्न पत्रों की छपाई, परीक्षा पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों और कंट्रोल रूम की व्यवस्था करने जैसी तमाम चुनौतियां उनके सामने होंगी।
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