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Thursday, November 9, 2023

आयोग का गठन होते ही भर्ती के लिए अधियाचन मंगाएगा निदेशालय, अशासकीय कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर एवं प्राचार्य के सैकड़ों पद खाली

आयोग का गठन होते ही भर्ती के लिए अधियाचन मंगाएगा निदेशालय

क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों और कॉलेजों को जल्द ही भेजे जाएंगे पत्र

अशासकीय कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर एवं प्राचार्य के सैकड़ों पद खाली


प्रयागराज। नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन होते ही उच्च शिक्षा निदेशालय असिस्टेंट प्रोफेसर और प्राचार्य के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन मंगा लेगा। इसके लिए निदेशालय में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों और कॉलेजों को पत्र भेजकर अधियाचन लिए जाएंगे।


नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के इंतजार में अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती डेढ़ साल से ठप पड़ी हुई है। 1017 पदों पर भर्ती के लिए अगस्त 2022 में आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। वहीं, दो वर्षों के दौरान सैकड़ों शिक्षक सेवानिवृत्त हुए हैं और उनके स्थान पर सैकड़ों पद रिक्त हो गए हैं। इसके अलावा अशासकीय महाविद्यालयों में प्राचार्यों के पद भी बड़ी संख्या में रिक्त पड़े हुए हैं।


भर्ती संस्थाओं को रिक्त पदों का अधियाचन भेजने की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा निदेशालय के पास है। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की जगह अब नए शिक्षा सेवा चयन आयोग को अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती करनी है। निदेशालय के सूत्रों का कहना है कि नए आयोग के गठन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी होनी है। आयोग गठित होने के बाद शिक्षक भर्ती में तेजी आएगी। ऐसे में कॉलेजों से रिक्त पदों का अधियाचन मंगाने की तैयारी कर ली गई है।


असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ प्राचार्य के पदों का अधियाचन भी लिया जाना है। नए आयोग को अल्पसंख्यक महाविद्यालयों में भी असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन कॉलेजों में शिक्षक के तकरीबन साढ़े पांच सौ पद सृजित है और इनमें 200 से अधिक पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के बाद अल्पसंख्यक कॉलेजों में शिक्षक भर्ती आयोग की प्राथमिकता होगी, सो इन कॉलेजों से भी अधियाचन मंगाने की तैयारी की गई है।

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