इलाहाबाद : कर्मचारी चयन आयोग यानि एसएससी ने परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने को कड़े कदम उठाए हैं। इम्तिहान के दौरान तय अभ्यर्थी की जगह दूसरा शख्स परीक्षा देते पकड़ा जाने या फिर परीक्षक से मारपीट करने के मामले में अलग-अलग कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। अभ्यर्थियों को अब गड़बड़ी के हिसाब से एसएससी की परीक्षाओं से डिबार किया जाएगा। इसमें दो से लेकर सात साल तक डिबार करने का प्रावधान किया गया है।
कर्मचारी चयन आयोग इन दिनों सुर्खियों में है। पेपर लीक प्रकरण की जांच सीबीआइ कर रही है। इसके अलावा विभिन्न परीक्षाओं में गड़बड़ी होने के तरह-तरह के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसको लेकर अधिकारी खासे परेशान रहे हैं। अभी तक आयोग में किसी भी अभ्यर्थी की ओर से गड़बड़ी प्रमाणित होने पर उसे तीन साल डिबार करने का नियम रहा है। 1आयोग में इस कार्रवाई को लेकर मंथन चल रहा था, अफसरों का कहना था कि अभ्यर्थी को डिबार करने की कार्रवाई की कैटेगरी तय की जाए। सभी पर एक जैसी कार्रवाई उचित नहीं है।
इसी को ध्यान में रखकर एसएससी ने अब 19 तरह के मामलों को सूचीबद्ध किया है साथ ही उन मामलों में अलग-अलग कार्रवाई करने का नियम भी बना है। अब अभ्यर्थी दो, तीन, पांच और अधिकतम सात साल के लिए आयोग की सभी परीक्षाओं से डिबार किए जा सकेंगे।
कार्रवाई करने से पहले अफसर यह देखेंगे कि आखिर संबंधित अभ्यर्थी ने किस कैटेगरी की गड़बड़ी की है उसी के अनुरूप दंड दिया जाएगा। इस नियम को एक जून 2018 से आयोग की सभी परीक्षाओं में लागू कर दिया गया है। इसे अभ्यर्थी विस्तृत रूप में वेबसाइट पर देख सकते हैं। अफसरों का मानना है कि इससे अभ्यर्थी कुछ भी करने से पहले सौ बार सोचना होगा, क्योंकि प्रतियोगियों के लिए सात वर्ष की मियाद काफी अहम होती है। इस कदम से गड़बड़ियों पर प्रभावी अंकुश लगने की उम्मीद है।
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