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Thursday, June 21, 2018

परीक्षा में हुई गड़बड़ी पर भी सीबीआइ की नजर,  दागियों की ड्यूटी पीसीएस मुख्य परीक्षा 2017 में लगाकर फंसा आयोग

 इलाहाबाद : सीबीआइ जांच की जद में आ रहे आयोग कर्मियों की ड्यूटी पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2017, में लगाने को लेकर उप्र लोक सेवा आयोग ने एक और मुसीबत मोल ले ली है। जांच अधिकारियों ने इस मामले को संज्ञान ले लिया है और यह पता लगाया जा रहा है कि दूसरे दिन परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जिम्मेदारी जिन पर तय होनी है उनमें कौन-कौन ऐसे हैं जिनकी भूमिका पीसीएस 2015 परीक्षा में अभ्यर्थियों का गलत चयन होने में रही है।



भर्तियों की जांच के लिए सीबीआइ के नोटिफिकेशन में हालांकि 2017 के बाद होने वाली परीक्षाओं का जिक्र नहीं है। लेकिन, जांच की जद में आ रहे अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी पीसीएस मुख्य परीक्षा 2017 में लगाए जाने से सीबीआइ के कान खड़े हो गए हैं। सूत्र बताते हैं कि सीबीआइ ने आयोग से ऐसे कर्मचारियों के बारे में जानकारी भी मांगी है। आयोग से एक अधिकारी को सीबीआइ के दिल्ली मुख्यालय भेजा गया है। मंगलवार को राजकीय इंटर कालेज में गलत पर्चा बंटने के बाद हुए बवाल और गड़बड़ी में आयोग कर्मियों की भी भूमिका पर सीबीआइ अफसरों की निगाह है।




 सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने इस मामले को इसलिए भी संज्ञान लिया है क्योंकि इसका असर अन्य भर्ती परीक्षाओं की जांच पर पड़ सकता है। सीबीआइ के कई अधिकारी आयोग में ही लगातार जांच कार्य में जुटे हैं और रिकार्ड तलब किए जा रहे हैं। इस लिहाज से भी सीबीआइ अपनी जानकारी को पुख्ता करने की कोशिश में है। हालांकि आयोग के सचिव जगदीश ने कहा कि पीसीएस 2017 परीक्षा सीबीआइ जांच के दायरे से बाहर है इसलिए पर्चा गलत बंटने के मामले को जांच अधिकारियों की ओर से संज्ञान लेने का सवाल ही नहीं है।



 कहा कि सीबीआइ अधिकारी जो भी अभिलेख मांग रहे हैं उन्हें ई-मेल से भेजा जा रहा है। आयोग कर्मी भी कुछ जरूरी अभिलेखों की हार्ड कापी लेकर दिल्ली मुख्यालय भेजे जा रहे हैं।


 इलाहाबाद : आयोग ने इलाहाबाद और लखनऊ के सभी केंद्रों को एक सूचना भेजी है जिसमें कहा गया है कि प्रश्न पत्र निरस्त होने की अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं इससे परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक व पर्यवेक्षक सतर्क रहें। अभ्यर्थियों को भ्रमित करने की कोशिश हो रही है इसलिए बचने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि इससे पहले भी पीसीएस की हो चुकी परीक्षाओं में कई विवाद उत्पन्न हुए। 


पेपर लीक हुआ और यह मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। लेकिन, आयोग मौन साधे रहा। सचिव जगदीश ने कहा है कि परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के लिए भरपूर प्रयास जारी है। सभी केंद्रों को सूचना भेजी गई है और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी सहयोग लिया जा रहा है।


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