अधियाचन के इंतजार में फंसा भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर, शिक्षा सेवा चयन आयोग का कैलेंडर जारी न होने से अभ्यर्थियों में ऊहापोह
पुरानी भर्तियों में उलझा रह गया आयोग, नई भर्तियों का कोई अता पता नहीं
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने तो वर्ष 2025 की भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी कर दिया। लेकिन, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का परीक्षा कैलेंडर अधियाचन मिलने के इंतजार में फंस गया है। इसके जारी न होने से - अभ्यर्थियों में नई भर्तियों के आयोजन को लेकर ऊहापोह की स्थिति है।
आयोग के गठन से संबंधित अधिनियम 21 अगस्त 2023 को पारित किया गया था, जबकि नियमावली 13 दिसंबर 2023 को आई थी। 22 दिसंबर 2023 को एक अध्यक्ष व 12 सदस्यों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। 14 मार्च 2024 को सदस्यों की नियुक्ति संबंधी आदेश जारी किए गए। सभी 12 सदस्यों ने 15 मार्च 2023 को कार्यभार ग्रहण कर लिया।
हालांकि, पहले विज्ञापन के जरिये अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो सकी। वर्ष 2024 में 13 मार्च से छह अप्रैल के बीच दोबारा आवेदन मांगे गए। इसके बाद एक सितंबर 2024 को अध्यक्ष ने ज्वाइन किया। अध्यक्ष की ज्वाइनिंग को पांच साल पूरे हो चुके हैं। जबकि, सदस्यों की नियुक्ति को एक साल पूरा होने जा रहे हैं। इस बीच आयोग केवल दो पुरानी भर्तियों की परीक्षा तिथि निर्धारित कर सका है। वहीं, कुछ पुरानी भर्तियों के परिणाम दिए हैं।
अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि आयोग के गठन के बाद प्राइमरी से लेकर माध्यमिक व उच्च शिक्षा तक शिक्षक भर्ती रफ्तार पकड़ेगी। वहीं, नई भर्तियों के लिए विज्ञापन आएंगे और भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी किया जाएगा। लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। दरअसल, आयोग को नई भर्ती के लिए विभागों ने रिक्त पदों के अधियाचन ही नहीं भेजे।
आयोग के सूत्रों का कहना है कि जब तक रिक्त पदों का अधियाचन नहीं मिल जाता, तब तक भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर तैयार नहीं किया जा सकेगा। क्योंकि, पदों का विवरण प्राप्त होने के बाद ही नई भर्ती की तिथि निर्धारित की जाएगी। इसी आधार पर भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर तैयार किया जाएगा। ऐसे में अभ्यर्थियों को अभी नई भर्ती व परीक्षा कैलेंडर के लिए इंतजार करना होगा।
प्रतियोगी छात्र मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान का कहना है कि एडेड माध्यमिक विद्यालयों व एडेड महाविद्यालयों में पिछली भर्ती का विज्ञापन वर्ष 2022 में जारी किया प्रन गया था और दोनों भर्तियां अभी लंबित हैं।
नई भर्ती का अतापता नहीं। ऐसे में अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर में चिंतित हैं। अध्यक्ष ने सीएम से आग्रह किया है कि इस लेटलतीफी ब के लिए जिम्मेदार अफसरों पर में कार्रवाई करें और भर्तियां शीघ्र शुरू कराने के लिए अपने स्तर से हस्तक्षेप करें।
UPESSC Teachers Bharti: ई–अधियाचन के इंतजार में फंस गई शिक्षक भर्तियां, अब तक किसी भी विभाग ने अधियाचन नहीं भेजा
प्रयागराज। रिक्त पदों पर भर्ती के लिए शासन ने ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू की है। ऐसे में संबंधित विभाग रिक्त पदों का अधियाचन अब ऑनलाइन भेजेंगे। माह भर पहले उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के पदाधिकारियों ने शिक्षा विभाग के निदेशकों व प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर ऑनलाइन अधियाचन मांगे थे, लेकिन अब तक किसी भी विभाग ने अधियाचन नहीं भेजा है।
एलटी ग्रेड, प्रवक्ता, टीजीटी राजकीय विद्यालयों एवं पीजीटी व असिस्टेंट प्रोफेसर महाविद्यालयों व अशासकीय सहायता प्राप्त के पदों पर होनी हैं भर्तियां माध्यमिक विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ई-अधियाचन के इंतजार में भर्तियां फंसी हुई हैं।
पूर्व में उच्च शिक्षा निदेशालय ने यूपी लोक सेवा आयोग को राजकीय डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के 562 पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन भेजा था। वहीं, माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक के 7258 पदों व प्रवक्ता के 1647 पदों का अधियाचन भेजा था। ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू होने के बाद अब विभाग ऑनलाइन अधियाचन भेजेंगे।
आयोग ने कैलेंडर में यह स्पष्ट कर दिया है कि एलटी ग्रेड शिक्षक, प्रवक्ता व असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों का ई-अधियाचन मिलने के बाद इन भर्तियों के विज्ञापन जारी किए जाएंगे।
वहीं, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को भी अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी पीजीटी व अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर भर्ती शुरू करने के लिए ई-अधियाचन का इंतजार है।
शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष, सदस्यों व अफसरों ने माह भर पहले शिक्षा विभाग के निदेशकों व उनके प्रतिनिधियों के साथ अधियाचन को लेकर बैठक की थी, जिसमें आयोग ने संबंधित विभागों से एक सप्ताह में ई-अधियाचन के माध्यम से पदों का विवरण मांगा था। आयोग के सूत्रों का कहना है कि अब तक किसी विभाग ने ई अधियाचन नहीं भेजा।
ऑनलाइन अधियाचन प्राप्त होने के बाद ही नई शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती प्रक्रिया लंबित है, जिसके लिए परीक्षा 14 व 15 मई और 20 व 21 जून प्रस्तावित है। इनके अलावा टीजीटी पीजीटी के तकरीबन 20 हजार पद खाली हैं। वहीं, अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर लंबित भर्ती के लिए परीक्षा 16 व 17 अप्रैल को प्रस्तावित है।
इन पदों के अतिरिक्त असिस्टेंट प्रोफेसर के तकरीबन एक हजार नए पद खाली पड़े हैं। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को इन सभी पदों का ई-अधियाचन मिलने का इंतजार है।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान का कहना है कि शिक्षा विभाग में वर्षों से भर्तियां लंबित हैं। शासन ने ई-अधियाचन की व्यवस्था इसलिए लागू की, ताकि भर्तियां समय से पूरी हो सकें, लेकिन विभागों की लापरवाही के कारण भर्तियां फंसी हुई हैं और बेरोजगार अभ्यर्थी नौकरी के लिए भटक रहे हैं।
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