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Friday, September 14, 2018

टीजीटी- पीजीटी : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से विज्ञापन-2016 के पद निरस्त, अन्य विषय में करें आवेदन आठ विषयों के अभ्यर्थी, 17 सितम्बर से 16 अक्टूबर तक आवेदन करने का मौका

अन्य विषय में करें आवेदन आठ विषयों के अभ्यर्थी

वेबसाइट तैयार कराने में ही लगे दो माह
चयन बोर्ड ने नहीं बदली अर्हता, 67 हजार अभ्यर्थी फंसे
मा. शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से विज्ञापन 2016 के पद निरस्त, टीजीटी-पीजीटी के अभ्यर्थियों को 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक मौका1
बोर्ड का प्रस्ताव व कमेटी की रिपोर्ट अधर में :

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : चयन बोर्ड की नियुक्तियों में अर्हता तय करने वाले यूपी बोर्ड ने 20 मार्च को ही नौ पदों की अर्हता बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। उस पर अब तक मुहर नहीं लग सकी है।

इसी बीच चयन बोर्ड से निरस्त जीव विज्ञान व संगीत जैसे विषयों की लिखित परीक्षा राजकीय एलटी ग्रेड कालेजों के लिए उप्र लोकसेवा आयोग ने 29 जुलाई को कराई है।

यह विवाद बढ़ने पर शासन ने यूपी बोर्ड सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है कि वह राजकीय व अशासकीय कालेजों की अर्हता संबंधी प्रकरणों को निस्तारित करने के लिए सुझाव दे। कमेटी की बैठक हो चुकी है लेकिन, अब तक निष्कर्ष नहीं निकल सका है और न ही किसी विषय की अर्हता बदलने पर शासन ने मुहर लगाई है। इससे समस्या दो माह पहले जैसी बरकरार है।

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने अखिलेश यादव व मायावती के मुख्यमंत्रित्वकाल में भर्तियों में गड़बड़ी का राजफाश 12 जुलाई को किया। बोर्ड का दावा था कि 2011, 2013 व 2016 में प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक (टीजीटी-पीजीटी) के ऐसे विषयों के लिए चयन प्रक्रिया शुरू हुई, जो विषय ही प्रदेश के माध्यमिक कालेजों में नहीं हैं। बोर्ड ने 2016 में जारी टीजीटी-पीजीटी के आठ विषयों का विज्ञापन निरस्त कर दिया था। अब निरस्त हुए विषयों के प्रभावित अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू हो रही है।

चयन बोर्ड के अनुसार टीजीटी के छह विषयों में 318 व पीजीटी के दो विषयों के तीन पद हैं। इन 321 पदों के लिए प्रदेश के 69 हजार 297 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। वहीं, 2016 में पांच नए विषयों का विज्ञापन जारी करके आवेदन लिए गए, जबकि ये विषय माध्यमिक कालेजों में नहीं है।

केवल एक विषय के लिए अर्ह : सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि निरस्त होने वाले विषयों में आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों को अब यह अवसर दिया जा रहा है कि अपनी अर्हता के अनुसार विज्ञापित अन्य विषयों के पदों पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, इसके लिए उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके लिए एनआइसी की वेबसाइट http://स्रं1्र‘2ँं.4स्र.ल्ल्रङ्घ.्रल्ल के 433ं1 स्र1ंीि2ँ 2ीङ्घल्लंि18 ी4िङ्घं3्रल्ल 2ी15्रङ्घी2 2ी’ीङ्घ3्रल्ल ङ्गं1 िं’’ंँंङ्गं िके 2ीङ्घ3्रल्ल पर जाकर आवेदन करना होगा। दोबारा आवेदन 17 सितंबर मध्यान्ह 12 बजे से शुरू होकर 16 अक्टूबर को मध्य रात्रि तक हो सकेगा। अभ्यर्थी विज्ञापन के अन्य केवल एक विषय में ही आवेदन कर सकते हैं। यदि निरस्त होने वाले विषय के अभ्यर्थी अन्य विषयों में ऑनलाइन आवेदन करने के इच्छुक नहीं होंगे तो उन्हें चयन बोर्ड को सूचना देनी होगी। पूर्व में जमा उनका शुल्क वापस कर दिया जाएगा। यही नहीं सिर्फ उन्हीं अभ्यर्थियों के दूसरे विषयों में आवेदन मान्य होंगे, जिनके विषय का विज्ञापन निरस्त हुआ है। जिन्होंने पहले आवेदन किया है उन्हें दोबारा आवेदन की आवश्यकता नहीं है, उनके आवेदन को वैध माना जा रहा है।

इलाहाबाद :  चयन बोर्ड उप्र की कार्यशैली बेहद धीमी है। 2016 विज्ञापन के जिन आठ विषयों के पद निरस्त हुए, उनका ऑनलाइन आवेदन लेने के लिए वेबसाइट तैयार कराने में ही दो माह का समय लग गया है। अब एक माह तक आवेदन होंगे, इसके बाद ही लिखित परीक्षा की तस्वीर साफ हो सकेगी।

अभ्यर्थियों का कहना है कि चयन बोर्ड नियुक्तियां कराने से बच रहा है इसीलिए हर कार्य में लेटलतीफी जारी है। ज्ञात हो कि 27, 28 व 29 सितंबर को होने वाली 2016 की प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा दूसरी बार स्थगित की जा चुकी है। इसके पहले अक्टूबर 2016 के चारों रविवार को परीक्षा कराने का कार्यक्रम जारी हुआ था।

इन पदों की गुत्थी नहीं सुलझी : माध्यमिक कालेजों में जब जीव विज्ञान विषय नहीं है फिर भी 2013 में 187 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। इसी विषय में 2011 के 65 पदों का पेंच अब तक बरकरार है। ऐसे ही प्रवक्ता 2013 वनस्पति विज्ञान का इंटरव्यू पूरा हो चुका है, उसका रिजल्ट रुका है। चयन बोर्ड की ओर से कहा गया था कि विधिक राय मांगी है लेकिन, उसमें क्या हुआ ये स्पष्ट नहीं हो सका है।

जांच व कार्रवाई का भी राजफाश नहीं : सचिव ने पद निरस्त करते समय कहा था कि माध्यमिक कालेजों में जो विषय नहीं हैं, उनके पदों का विज्ञापन जारी करने व पूर्व के वर्षो में ऐसे ही कुछ विषयों के लिए अभ्यर्थियों का चयन करने की जांच चयन बोर्ड की ओर से गठित समिति करेगी। देखा जाएगा कि किन कालेजों ने इन विषयों का अधियाचन भेजा और जिला विद्यालय निरीक्षक व संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने उनका किन परिस्थितियों में सत्यापन किया। जो दोषी होगा उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस पर भी स्थिति साफ नहीं है।

दो साल से अधर में लटकी भर्ती : टीजीटी-पीजीटी 2016 की भर्ती दो साल में अधर में है। टीजीटी के 7950 व पीजीटी के 1344 पदों के लिए पांच जून 2016 को विज्ञापन निकाला था। पहली बार इस भर्ती के लिए 30 जुलाई 2016 तक ऑनलाइन आवेदन हुए। इसमें 10 लाख 71 हजार 382 ने फार्म भरे। प्रशिक्षित स्नातक के 7950 पदों के लिए 6,55,304 जबकि प्रवक्ता के 1344 पदों पर 4,16,078 अभ्यर्थियों ने फार्म भरे थे।1700 से अधिक को नियुक्ति नहीं मिली : बोर्ड से चयनित करीब 700 से अधिक ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्हें अब तक आवंटित कालेजों में नियुक्ति नहीं मिली है। कालेजों ने पहले अधियाचन भेजा, बाद में वह पद प्रमोशन या फिर तबादले से भर लिए गए। इससे अभ्यर्थी वापस हो गए, लेकिन कई ऐसे विषय हैं कि जिन पर चयन हो गया, जब वह अभ्यर्थी कालेज गए तो प्रबंधन व प्रधानाचार्य ने नियुक्ति देने से मना किया।

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : चयन बोर्ड ने भले ही टीजीटी-पीजीटी 2016 के आठ विषयों का विज्ञापन निरस्त होने वालों से नए सिरे से दूसरे विषय में आवेदन मांगा है। इसमें जीव विज्ञान के 67 हजार से अधिक दावेदार फंस गए हैं, क्योंकि अब तक अर्हता बदली नहीं है। ये अभ्यर्थी आखिर किस दूसरे विषय में आवेदन करें।1चयन बोर्ड टीजीटी शिक्षक चयन में जीव विज्ञान व विज्ञान विषय के लिए अलग पद घोषित करके भर्तियां कराता रहा है। मसलन जीव विज्ञान के लिए वही अभ्यर्थी अर्ह होंगे जो वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान लेकर बीएससी करें और बीएड भी किया हो।

वहीं, विज्ञान विषय के लिए वे अभ्यर्थी होते रहे हैं जो भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान से बीएससी करें और बीएड भी किए हों। जबकि, केंद्रीय विद्यालयों में वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान व रसायन विज्ञान में से कोई दो विषय लेकर बीएससी व बीएड करने वाले टीजीटी शिक्षक को अर्ह होते हैं। अभ्यर्थी केंद्रीय विद्यालय की अर्हता चयन बोर्ड में लागू करने की मांग करते रहे हैं।

अब हजारों अभ्यर्थी अधर में हैं। जीव विज्ञान के लिए आवेदन करने वालों की परेशानी यह है कि वे अभी दूसरे किसी विषय के लिए अर्ह नहीं है।

प्रशिक्षित स्नातक यानी टीजीटी 2016 1विषय पद आवेदन

जीव विज्ञान 304 67005

संगीत 02 20

काष्ठ शिल्प 02 20

पुस्तक कला 08 502

टंकण 01 19

आशु. टंकण 01 18

कुल 318 67584

प्रवक्ता यानी पीजीटी 2016

वनस्पति विज्ञान 02 1702

संगीत 01 11 1कुल तीन 1713

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