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Monday, December 25, 2017

आयोग में शीतकालीनअवकाश, PCS (प्री.) 2017 का रिजल्ट जनवरी में, लेटलतीफी की परंपरा से उबर नहीं पा रहा UPPSC


■ लेटलतीफी की परंपरा से उबर नहीं पा रहा यूपीपीएससी

■ लेटलतीफी से नए साल में होने वाली परीक्षा की तारीखें प्रभावित होनीं तय

■ कई परीक्षाओं के परिणाम भी लटके, छात्रों का भविष्य दांव पर



इलाहाबाद : उप्र लोक सेवा आयोग में लेटलतीफी की परंपरा 2017 में भी टूटने नहीं पाई। विशेषज्ञों की कमी के चलते वर्षो पूर्व की कई परीक्षाओं के परिणाम अब तक लटके हैं और सितंबर महीने में आयोग ने जो पीसीएस 2017 की प्रारंभिक परीक्षा कराई उसका परिणाम भी तीन महीने में जारी नहीं हो सका। आयोग में शीतकालीन अवकाश हो गया है और अब परिणाम जनवरी में ही आएगा।




गौरतलब है कि लाखों प्रतियोगी छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है और आयोग कछुए की चाल से ही अब तक चल रहा है। अवर अभियंता और सहायक अभियंता-2013 परीक्षा का परिणाम जारी करने में आयोग की लेटलतीफी के चलते सैकड़ों छात्रों की उम्मीदों पर लगातार पानी फिर रहा है। पहले तो सितंबर महीने में और फिर 11 दिसंबर को भी आंदोलन करने पहुंचे छात्रों को आयोग ने विशेषज्ञों की कमी का हवाला देते हुए परिणाम जारी करने में दो से चार महीने की और मोहलत मांगी। पीसीएस मुख्य परीक्षा 2016 का परिणाम जारी नहीं हो सका है और आयोग ने 24 सितंबर 2017 को पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा कराई। इसका परिणाम तीन महीने में भी तैयार नहीं कर सका। आयोग के अनुसार जनवरी में यह परिणाम जारी होना है।




प्रतियोगी छात्रों का दर्द यह है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आ जाता तो आयोग के छमाही परीक्षा कैलेंडर के हिसाब से 2018 में प्रस्तावित परीक्षाओं की तैयारी समयबद्धता से कर सकते थे लेकिन, आयोग की इस लेटलतीफी के चलते नए साल में होने वाली परीक्षा की तारीखें भी प्रभावित होनी तय हैं। इससे एक बार फिर छात्रों का भविष्य असमंजस भरा होगा। आयोग के सचिव जगदीश ने कहा है कि अवकाश के बाद एक जनवरी को आयोग खुलेगा। जनवरी में ही पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम जारी होंगे। हालांकि इसकी अनुमानित तारीख वे नहीं बता सके।


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