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Thursday, December 28, 2017

नेशनल हेल्थ मिशन के तहत एएनएम व स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी करने में सरकार ने मानी चूक, बगैर कट ऑफ अफसरों ने जल्दबाजी में रिजल्ट किया वेबसाइट पर अपलोड

लखनऊ : नेशनल हेल्थ मिशन के तहत एएनएम व स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी करने में सरकार ने माना है कि इसमें चूक हुई है। परिवार कल्याण मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने गुरुवार को कहा कि भर्ती परीक्षा में कोई घोटाला नहीं बल्कि अफसरों से लापरवाही हुई है। बगैर कट ऑफ अफसरों ने जल्दबाजी में रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। इसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।



दरअसल, एनएचएम के तहत एएनएम के 4688 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। इसकी भर्ती परीक्षा का परिणाम बगैर कट ऑफ जारी कर दिया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि न्यूनतम तीन अंक तक पाने वाले अभ्यर्थियों का नाम मेरिट लिस्ट में आ गया था। इस मामले में परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशान्त त्रिवेदी व एनएचएम के महानिदेशक पंकज कुमार के साथ गुरुवार को मीडिया के सामने सफाई पेश की। उन्होंने बताया कि यह भर्ती परीक्षा जिला स्तर की थी। इसलिए जिलों की मेरिट वहां मौजूद पदों की रिक्तियों के अनुसार अलग-अलग बनी है। यही कारण है कि किसी जिले की मेरिट कम तो किसी की ज्यादा है। इसमें गलती केवल इतनी है कि न्यूनतम कट ऑफ के बगैर मेरिट जारी कर दी गई।



 इसका परिणाम यह हुआ जहां रिक्तियों के सापेक्ष कम अभ्यर्थी थे तो वहां न्यूनतम अंक पाने वालों के भी नाम मेरिट में आ गए। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में कहीं कोई गड़बड़ होती तो परिणाम वेबसाइट पर जारी न किया जाता। रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि उन्होंने नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर में पंजीकृत 10 संस्थाओं में से कोलकाता की इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड एग्जामिनेशन मैनेजमेंट (आईईईएम) को परीक्षा का जिम्मा दिया था।


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