ये कर सकता है यूपी पीएससी
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : आइएएस की प्रारंभिक परीक्षा के 15 दिन के अंतराल पर पीसीएस प्री हो, वहीं मुख्य परीक्षा में एक माह का अंतर रखा जाए। यूपी पीएससी वार्षिक कैलेंडर बनाते समय अन्य हंिदूी भाषी प्रदेशों के आयोगों से वार्ता करके अहम परीक्षाएं आसपास कराए, क्योंकि हंिदूी भाषी प्रदेशों के 40 से 50 हजार अभ्यर्थी यूपी के साथ ही बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, राजस्थान, झारखंड लोकसेवा आयोग की परीक्षाएं देते हैं। खास बात यह है कि सभी जगह सेलेबस लगभग एक जैसा है। एक्सपर्ट का पैनल सेलेबस के अनुरूप हो, क्योंकि इधर आब्जेक्टिव प्रश्न बनाने में लगातार सवाल उठे हैं। यूपी पीएससी मॉडल प्रश्नपत्र और उत्तरकुंजी तत्काल जारी करे इसके बाद प्रतियोगियों को मुख्य परीक्षा की तैयारी का भरपूर समय दिया जाए। अभी मॉडल पेपर व उत्तरकुंजी जारी न करने से असमंजस बना है।
पीसीएस 2018 की मुख्य परीक्षा संघ लोकसेवा आयोग की तर्ज पर कराने का मामला, यूपीएससी ने 2011 में किया बदलाव
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