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Monday, July 16, 2018

तीन बड़ी परीक्षाओं के चलते बैकलॉग के परिणाम पीछे छूटे, पूर्व में हो चुकी परीक्षाओं के परिणाम तैयार किए जा रहे

इलाहाबाद : एक तरफ केंद्र और प्रदेश सरकार युवाओं का भविष्य संवारने के लिए भर्ती कराने का एलान रही है, वहीं यूपी पीएससी (उप्र लोक सेवा आयोग) बैकलॉग के परिणाम रोक कर सरकार की मंशा पर पानी फेर रहा है। जो परिणाम निकाले भी गए उनमें भी विवाद की स्थिति है।

यूपी पीएससी ने 2017 में ही परिणाम जारी करने की परीक्षा और पद वार सूची तैयार की थी लेकिन, 2018 में तीन बड़ी परीक्षाओं में व्यस्तता के चलते बैकलॉग के कई रिजल्ट फंस कर रह गए हैं।

यूपी पीएससी ने पिछले साल बैकलॉग के प्रतीक्षित परिणामों को सूचीबद्ध किया था, जिसमें 250 पदों के लिए अपर निजी सचिव (सचिवालय) परीक्षा 2010, पीसीएस जे परीक्षा 2016, सहायक अभियोजन अधिकारी समेत कुछ अन्य परीक्षाओं के परिणाम तो जारी हुए लेकिन, 2013 में एई के 952 पदों और 3222 पदों के लिए जेई परीक्षा का परिणाम, 176 पदों के लिए अपर निजी सचिव (सचिवालय) परीक्षा 2013 का परिणाम, 2086 पदों के लिए मेडिकल ऑफिसर की परीक्षा, 77 पदों के लिए संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) परीक्षा 2014 व कुछ अन्य परीक्षाओं के परिणाम लटके हैं।

यूपी पीएससी की ओर से 305 पदों पर भर्ती के लिए आरओ-एआरओ (प्रारंभिक) परीक्षा 2016 में पेपर लीक प्रकरण का मामला सीबीसीआइडी की जांच में फंस कर रह गया है। पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 व पीसीएस परीक्षा 2018 प्रारंभिक परीक्षा की प्रक्रिया में यूपी पीएससी काफी व्यस्त है। अभियंत्रण सेवा परीक्षा 2013 का परिणाम जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने खूब आंदोलन भी किया लेकिन, उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा।

यूपी पीएससी के सचिव जगदीश का कहना है कि पूर्व में हो चुकी परीक्षाओं के परिणाम तैयार किए जा रहे हैं। क्रमवार उन्हें जल्दी ही घोषित किया जाएगा। अपर निजी सचिव परीक्षा 2013 और मेडिकल अफसर भर्ती के परिणाम के संबंध में उन्होंने कहा कि इसमें कुछ वक्त लगेगा।

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