प्रारंभिक परीक्षा
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : पीसीएस 2018 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग दो अलग-अलग क्षेत्रों की एं एक साथ करा रहा है। में पीसीएस के साथ सहायक वन संरक्षक का पेपर भी होगा। यानि प्रश्नपत्र एक ही आएगा, वहीं इसकी मुख्य परीक्षा अलग-अलग होगी।
राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्य का पद अब पीसीएस संवर्ग का : यूपी पीएससी पहली बार पीसीएस में एक साथ इतने अधिक पदों पर परीक्षा करा रहा है। अब तक राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्य का पद सीधी भर्ती से भरा जाता रहा है, लेकिन यह पद अब पीसीएस संवर्ग का हो गया है। ज्ञात हो कि प्रधानाचार्य का पद बीएसए के समकक्ष होता है। इसके अलावा लोअर सबार्डिनेट के तमाम पदों को पीसीएस में जोड़ा गया है। मसलन, अधिशासी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक, सप्लाई इंस्पेक्टर, श्रम प्रवर्तन अधिकारी सहित करीब एक दर्जन पद शामिल हुए हैं। ऐसे ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी की अलग से परीक्षा होती रही है, वह पद भी अब पीसीएस से जुड़ गया है।
मॉडल प्रश्नपत्र व मॉडल उत्तरकुंजी पर यूपी पीएससी मौन : यूपी पीएससी ने परीक्षा के पैटर्न पर बदलाव कर दिया है, लेकिन विज्ञापन के साथ मॉडल प्रश्नपत्र और मॉडल उत्तरकुंजी जारी नहीं की है। इससे प्रतियोगियों में उहापोह है कि सब्जेक्टिव इम्तिहान में प्रश्नों का जवाब कैसे और कितना बड़ा देना है। अवनीश पांडेय का कहना है कि यूपीएससी ने 2011 में परीक्षा का जब पैटर्न बदला था तो इम्तिहान टाला था ताकि प्रतियोगी तैयारी कर सकें। साथ ही विज्ञापन के साथ ये इंतजाम किए थे। यूपीपीएससी ने उसका अनुपालन नहीं किया है। सचिव जगदीश ने कहा है कि जल्द ही मॉडल प्रश्नपत्र व उत्तरकुंजी जारी किए जाएंगे।
माइनस मार्किंग व त्रुटि सुधार का मौका भी : परीक्षा में भी माइनस मार्किंग करने का नियम बरकरार रखा है। साथ ही पहली बार अभ्यर्थियों को आवेदन करने के बाद उसमें त्रुटि सुधार करने का भी मौका दिया जा रहा है। प्रतियोगी इसकी मांग लंबे समय से कर रहे थे। 1विज्ञापन में ही गलती, पाठ्यक्रम भी अपडेट नहीं : यूपी पीएससी शायद अपनी गलतियों से सीख नहीं ले रहा है। पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा में प्रश्नपत्र बदलने का प्रकरण चंद दिन पहले ही तूल पकड़ गया था। उसमें कहा गया कि ये प्रिटिंग प्रेस की गलती है। अब पीसीएस 2018 के विज्ञापन में का समय गलत प्रिंट हुआ है। लिखा है कि परीक्षा 3.30 बजे से 11.30 बजे तक होगी। इससे प्रतियोगी नाराज हैं। ऐसे ही हंिदूी के सेलेबस में इस बार भी तार लेखन को बरकरार रखा गया है, जबकि ये 2013 में ही खत्म हो चुका है। प्रतियोगियों का कहना है कि पत्र लेखन की कई अन्य विधियां है, लेकिन यूपी पीएससी सेलेबस अपडेट नहीं कर रहा है। ’एसडीएम - 119 ’डिप्टी एसपी - 94 ’आबकारी निरीक्षक - 46 प्रधानाचार्य जीआइसी - 62 ’बीडीओ - 06 ’श्रम प्रवर्तन अधिकारी - 13 ’खाद्य सुरक्षा अधिकारी - 58 ’डिप्टी रजिस्ट्रार - 21 ’जिला सूचना अधिकारी - 43।पीसीएस 2018 के खास पद
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