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Sunday, August 11, 2019

असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती : इंटरव्यू में विशेषज्ञों से नंबर की जगह दिलाया जा रहा ग्रेड, अधिकारियों ने की शासन तक शिकायत, नतीजा रहा सिफर

इंटरव्यू में विशेषज्ञों से नंबर की जगह दिलाया जा रहा है ग्रेड
August 12, 2019

प्रयागराज :
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए चल रहे साक्षात्कार में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। साक्षात्कार लेने के लिए आने वाले विशेषज्ञों को नंबर देने की बजाय ग्रेड देने का निर्देश दिया गया है। इसके विरोध में आयोग के अधिकारियों ने शासन से अपनी शिकायत दर्ज कराई है।

प्रदेश के अशासकीय सहायताप्राप्त डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती के लिए विज्ञापन संख्या 46 व 47 के तहत उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में इन दिनों साक्षात्कार चल रहा है। साक्षात्कार के हर पैनल में आयोग का एक सदस्य व तीन विशेषज्ञ बैठते हैं। आयोग की नियमावली में साक्षात्कार में शामिल चारों सदस्य जिसमें विशेषज्ञ भी शामिल हैं, उन्हें अभ्यर्थी के मूल्यांकन करने का पूरा अधिकार है। इसके तहत उन्हें अभ्यर्थियों की योग्यता के मुताबिक नंबर देना है। लेकिन, 29 जुलाई से शुरू हुए साक्षात्कार में नियम बदल दिया गया। आयोग ने विशेषज्ञों को नंबर के बजाय ग्रेड देने का निर्देश दिया है।

सबसे ग्रेड लेकर आयोग के सदस्य अभ्यर्थियों को मनमाना नंबर देते हैं। इसके विरोध में आयोग के अधिकारियों ने 31 जुलाई को उच्च शिक्षा के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सारे मामले से अवगत कराते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। लेकिन अभी तक उस शिकायत का नतीजा सिफर है। आयोग पर इसके पहले भी गंभीर आरोप लगते रहे हैं, जिसमें फेल-पास कराने, ओबीसी आरक्षण में गड़बड़ी करने जैसी शिकायतें राज्यपाल तक पहुंची हैं, फिर भी अब तक जांच और कार्यवाही नहीं हो सकी है।

यह जरूर है कि आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं। वह कहते हैं कि जो रेगुलेशन में है, उसी के अनुरूप साक्षात्कार चल रहा है। रेगुलेशन में क्या है उसे बताने में हिचकते रहे। आयोग की सचिव डॉ. वंदना त्रिपाठी का कहना है कि साक्षात्कार से पहले आयोग की बैठक में कुछ निर्णय हुए हैं। साक्षात्कार उसी के आधार हो रहा है।








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