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Friday, October 12, 2018

सहकारिता : 1030 की भर्तियों में 200 नियुक्तियां सिर्फ इटावा की, सपा हुकूमत में हुई भर्तियों की जांच कर रही एसआइटी

1030 की भर्तियों में 200 नियळ्क्तियां सिर्फ इटावा की

सहकारिता में भ्रष्टाचार

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक में करीब 1200 कर्मियों की छंटनी के प्रस्ताव से हड़कंप मचा है, वहीं सपा सरकार में हुई भर्तियों की एसआइटी जांच ने भी नियुक्ति करने वाले अधिकारियों की बेचैनी बढ़ा दी है। वर्ष 2015-16 एवं वर्ष 2016-17 में सहायक आंकिक एवं सहायक फील्ड आफिसर के पद पर सहकारी संस्थागत सेवा मंडल के जरिये कुल 1030 भर्तियां की गई। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें करीब 200 नियुक्तियां सिर्फ इटावा जिले के अभ्यर्थियों की हुईं। इटावा तत्कालीन सहकारिता मंत्री शिवपाल सिंह यादव का गृह जिला है। प्रमुख सचिव सहकारिता एमवीएस रामी रेड्डी ने बैंक पर बढ़ते हुए व्यय भार और घाटे को देखते हुए करीब 1200 कर्मियों की छंटनी का प्रस्ताव भेजा है। 31 मार्च 2016 को बैंक में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन भत्तों पर लगभग 144 करोड़ का व्यय था, जो भर्तियों के बाद 162 करोड़ हो गया है। नई भर्तियों से जहां बैंक पर 18 करोड़ का अतिरिक्त व्यय पड़ा, बैंक को वित्तीय वर्ष 2015-16 में ब्याज के रूप में लगभग 271 करोड़ की कुल आमदनी हुई।

>>उप्र ग्राम्य विकास बैंक में हुई भर्तियों से बढ़ा घाटा

>>सपा हुकूमत में हुई भर्तियों की जांच कर रही एसआइटी

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