लखनऊ : सपा शासन में सहकारिता में हुई भर्तियों की एसआइटी जांच अगले हफ्ते शुरू हो सकती है। जांच के गति पकड़ते ही विभाग में तैनात कई अफसरों की गर्दन नपेगी। आरोप है कि विभिन्न पदों पर करीब डेढ़ हजार भर्तियों में घालमेल और गड़बड़ी हुई है।
सहकारिता विभाग में हुई भर्तियों की जांच के जरिये योगी सरकार अपनी भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम तेज करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस भ्रष्टाचार में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। संकेत मिल रहे हैं कि अगले हफ्ते गृह विभाग से एसआइटी के महानिदेशक को जांच के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश मिल जाएंगे।
नियुक्तियों में भ्रष्टाचार संबंधी मामलों में एसआइटी ने कई फर्जीवाड़े का राजफाश किया है। शासन ने एक अप्रैल, 2012 से 31 मार्च, 2017 तक सहकारिता विभाग और उसके अधीनस्थ संस्थाओं में की गई सभी नियुक्तियों की जांच विशेष अनुसंधान दल से कराने महानिदेशक एसआइटी को 27 अप्रैल को निर्देश जारी किया। एसआइटी ने शासन से जांच के सिलसिले में स्पष्ट दिशा निर्देश मांगा है। एसआइटी के पास जो दस्तावेज पहुंचे हैं वह 2015-16 में हुई भर्तियों के हैं और जांच का आदेश सपा सरकार में हुई सभी भर्तियों का है, एसआइटी ने स्पष्ट दिशा निर्देश मांगा।
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