Searching...
Sunday, April 22, 2018

पीसीएस 2015 के चयनितों से पूछताछ में जांच अधिकारियों ने शक को प्रमाण में बदला, स्थानीय नेता भी आ सकते हैं सीबीआइ जांच के दायरे में

5:12:00 PM

प्रोफार्मा से ली गई अहम जानकारी खुलेगा राज

पीसीएस परीक्षा में अपने खास अभ्यर्थियों की भर्ती कराने में कुछ स्थानीय नेताओं का भी हाथ रहा है। चयनित पीसीएस अफसरों से पूछताछ के पहले ही सीबीआइ ने इसकी जानकारी एकत्र कर ली थी। यही वजह है कि चयनितों से जो प्रोफार्मा भरवाया गया है उसमें राजनीतिक जुड़ाव के संबंध में भी पूछा गया था। जांच के शुरुआती दिनों में सपा के बैनर तले छात्र नेताओं की ओर से हुई पैरोकारी को भी सीबीआइ खंगाल रही है।

उप्र लोक सेवा आयोग से पांच साल के दौरान हुई सभी भर्तियों की सीबीआइ जांच जारी है। सीबीआइ ने पीसीएस 2015 के चयनित अभ्यर्थियों के अलावा आयोग के अफसरों व कर्मचारियों से भी पूछताछ शुरू की है। जांच का दायरा यहीं तक ही सीमित नहीं रहेगा। इसमें उन स्थानीय नेताओं को भी लाने की तैयारी है जिनकी पहुंच सीधे समाजवादी पार्टी के शासनकाल में शीर्ष नेताओं से थी। सीबीआइ को पता चला है कि आयोग के अफसरों से अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए स्थानीय नेताओं ने भी कई अभ्यर्थियों की भर्तियां नियम विरुद्ध कराईं। इसकी जानकारी सीबीआइ ने अपने सूत्रों से जांच के शुरुआती दिनों में ही एकत्र कर ली थी। इसे पुख्ता करने के लिए पिछले दिनों चयनितों से प्रोफार्मा पर राजनीतिक जुड़ाव का कॉलम भरवाया गया। साथ ही चयनितों से यह भी लिखवा कर कि ‘इस जानकारी के उत्तरदायी आप स्वयं होंगे’ सीबीआइ ने एक तीर से दो लक्ष्यों पर निशाना साधा है।

सीबीआइ के सूत्र बताते हैं भर्तियों में स्थानीय नेताओं की सिफारिश भी खूब चली है। इसे प्रामाणिक रूप से साबित करने के लिए विभिन्न माध्यम से पता लगाया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर संदिग्ध नेताओं से भी पूछताछ की जा सकती है।

0 comments:

Post a Comment