Searching...
Thursday, December 3, 2015

यूपी में मेट्रो बनेगी रोजगार का जरिया, कई हजार हो सकते है लाभान्वित

लखनऊ : प्रदेश सरकार आने वाले समय में करीब पांच हजार से अधिक लोगों को स्थायी व अस्थायी रूप से रोजगार देने जा रही है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन को देखकर लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन में लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। अब लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को आधार बनाकर कानपुर मेट्रो, आगरा, मेरठ व बनारस में नियुक्तियां निकाली जाएंगी। इनमें सबसे अधिक लाभ सिविल, यांत्रिक, इलेक्टिक ब्रांच वाले अभ्यर्थियों को मिलेगा।

मेट्रो अधिकारियों की मानें तो सिर्फ लखनऊ मेट्रो ने शुरुआती चरण में 73 पदों पर भर्ती कर ली है और 350 पदों पर आगामी दो से तीन माह में भर्ती प्रकिया पूरी कर लेगा। इसी तरह दिसंबर 2016 तक और भी लोगों को आउटसोर्सिग से रोजगार दिया जाएगा। लखनऊ के बाद प्रदेश सरकार का पूरा फोकस कानपुर मेट्रो है। कानपुर मेट्रो को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बन चुकी है। अब जल्द ही यहां भी काम शुरू कर दिया जाएगा। यहां काम शुरू होते ही प्रबंध निदेशक, निदेशकों के साथ अभियंताओं की नियुक्ति शुरू हो जाएंगी। इसके बाद बनारस में मेट्रो को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है।

मेट्रो मैन श्रीधरन स्वयं स्वीकार चुके हैं कि बनारस मेट्रो का संचालन की शुरुआत आगामी डेढ़ साल में शुरू कर दी जाएगी। फरवरी 2016 तक डीपीआर फाइनल करने के बाद यहां भी कर्मचारियों की कुछ भर्ती होगी। शुरुआती चरण में मंडलायुक्त या प्राधिकरण का उपाध्यक्ष ही प्रबंध निदेश की भूमिका निभाएगा, लेकिन चंद माह में ही अभियंताओं की भर्ती करनी होगी। बाबू स्तर के कर्मियों को भले अन्य सरकारी संस्थाओं से प्रतिनियुक्ति पर लिया जाए, लेकिन बाद में इनकी भी नियुक्ति होगी। आगरा व मेरठ जिले की मेट्रो डीपीआर रिपोर्ट वर्ष 2016 के मध्य तक मिल जाएगी। इसके बाद यहां भी भर्ती प्रकिया प्रदेश सरकार शुरू करेगी।

अधिकारियों के मुताबिक कम से कम एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से प्रत्येक जिले में चलने वाली मेट्रो रोजगार देगी।

0 comments:

Post a Comment